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मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का असर अब कम होता जा रहा है.
मध्य प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का असर अब कम होता जा रहा है. प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट भी 4% रह गया है. प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया कि 'साथियों, आप सबके परिश्रम और जनता के सहयोग क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के प्रयासों तथा प्रशासन के अथक मेहनत के कारण COVID19 संक्रमण को नियंत्रित करने की स्थिति में अब मध्यप्रदेश आता जा रहा है.'
इसी के ही साथ सीएम ने कहा कि मध्यप्रदेश में हम 1 जून से अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ करेंगे, लेकिन टेस्टिंग भी चलती रहेगी, ताकि कोई संक्रमित व्यक्ति स्प्रेडर न बन पाये. वहीं सीएम ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर कहा कि 'तीसरी लहर को रोकने के लिए हमें पहले से ही तैयार रहना होगा. चिकित्सा व्यवस्था के साथ कोविड के अनुरूप हमें व्यवहार करना और करवाना होगा.'
साथियों, आप सबके परिश्रम और जनता के सहयोग क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी के प्रयासों तथा प्रशासन के अथक मेहनत के कारण #COVID19 संक्रमण को नियंत्रित करने की स्थिति में अब मध्यप्रदेश आता जा रहा है। #MPFightsCorona #IndiaFightsCorona pic.twitter.com/Fk7Xo4nAwR
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) May 25, 2021
गांव में कोरोना की रोकथाम के लिए चलाया जाएगा अभियान
कोरोना की दूसरी लहर में प्रदेश के गांव सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. गांव में कोविड की चैन तोड़ने के लिए सरकार ने खास रणनीति तैयार की है. इसके तहत एक्टिव केस के आधार पर गांव को तीन अलग-अलग जोन- रेड, येलो और ग्रीन में बांटा जाएगा. वहीं सरकार मंगलवार से एक खास अभियान 'किल कोरोना-4' की शुरुआत करने जा रही है. इस अभियान का मकसद है, राज्य को 31 मई तक कोरोना फ्री बनाना.
गांव से कोरोना की चैन तोड़ने के लिए इस तरह से बनाई गई है रणनीति
सरकार गांव में कोरोना को मात देने के लिए कुछ खास कदम उठाने जा रही है. सराकार की रणनीति के मुताबिक किसी भी घर में अगर कोरोना के एक या दो केस मिले हैं तो उज जगह दो टीम भेजी जाए. जिन पंचायत में 1 से 4 एक्टिव केस हैं उसे येलो जोन में रखे जाने के आदेश दिए गए हैं. इसके अलावा जिन पंचायतों में 5 से ज्यादा एक्टिव केस हैं उन्हें रेड जोन में रखा जाएगा. सरकार चाहती है कि ऐसी पंचायत को तुरंत ग्रीन जोन में लाया जाए.
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