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केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर पैसे देकर भीड़ जुटाने का लगाया आरोप, ट्वीट कर लिखा- पदयात्रा के लिए लखनऊ क्या छत्तीसगढ़ से लोग जुटाए गए

jantaserishta.com
19 Dec 2021 3:38 AM GMT
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर पैसे देकर भीड़ जुटाने का लगाया आरोप, ट्वीट कर लिखा- पदयात्रा के लिए लखनऊ क्या छत्तीसगढ़ से लोग जुटाए गए
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नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने उत्तर प्रदेश के अमेठी में कांग्रेस नेताओं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी - की पदयात्रा के लिए उन पर तंज कसा है. स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को लखनऊ और छत्तीसगढ़ से लोगों को जुटाना पड़ा, जो अमेठी से उनके संबंध के बारे में काफी कुछ बयां करता है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल और उनकी बहन प्रियंका (Rahul Gandhi, Priyanka Gandhi) ने अमेठी में जगदीशपुर से हरिमऊ गांव तक पैदल मार्च निकाला, जहां पहुंचकर राहुल गांधी ने एक जनसभा को संबोधित किया. वे नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ आयोजित जन जागरण अभियान ''भाजपा भगाओ, महंगाई हटाओ प्रतिज्ञा पदयात्रा'' में हिस्सा ले रहे थे.

राहुल गांधी 15 साल तक अमेठी से सांसद रह चुके हैं. वह 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की स्मृति ईरानी से 55,120 मतों से हारने के बाद दूसरी बार अमेठी के दौरे पर हैं. अमेठी नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ हुआ करता था. अमेठी की सांसद ईरानी से जब पदयात्रा के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, 'आज भाई-बहन अमेठी में थे. उन्हें लखनऊ, संत कबीर नगर और छत्तीगढ़ से भीड़ लानी पड़ी.किसी को आज बहुत मेहनत करनी पड़ी है'
उन्होंने कहा कि तथ्य यह है कि आप (नेहरू-गांधी परिवार) 50 वर्षों से एक निर्वाचन क्षेत्र के प्रतिनिधि थे, लेकिन अब हालत यह हो गई है कि आपको लखनऊ से 50 लोगों को अमेठी लाना पड़ा। यह मेरे निर्वाचन क्षेत्र से उनके संबंध के बारे में बहुत कुछ बताता है.
राहुल गांधी ने महंगाई के विरोध में हुई रैली में कहा, "दिलों में पहले की तरह जगह है. हम अब भी अन्याय के खिलाफ एकजुट हैं." उन्होंने कहा कि "मैं 2004 में राजनीति में आया था. अमेठी वह शहर है जहां मैंने अपना पहला चुनाव लड़ा था. अमेठी के लोगों ने मुझे राजनीति के बारे में बहुत कुछ सिखाया है. आपने मुझे राजनीति का रास्ता दिखाया है और मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं." उनके भाषण में चीन के साथ भारत का सीमा विवाद, विरोध स्थलों पर किसानों की मौत और भाजपा पर "हिंदू बनाम हिंदुत्ववादी" का ताना-बाना शामिल था.





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