केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस सेवा पोर्टल का अनावरण किया
दिल्ली:नई दिल्ली सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने चार परिवर्तनगामी पोर्टल लॉन्च किए, जो भारत में मीडिया परिदृश्य में क्रांति लाने को तत्पर हैं। इस पहल का उद्देश्य समाचार पत्र प्रकाशकों और टीवी चैनलों के लिए अधिक अनुकूल कारोबारी माहौल को बढ़ावा देकर व्यापार करने में आसानी सुनिश्चित करना, सरकारी संचार में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाना, प्रामाणिक सरकारी वीडियो तक
आसान पहुंच प्रदान करना और स्थानीय केबल ऑपरेटरों (एलसीओ) का एक व्यापक डेटाबेस बनाना तथा सरकार को भविष्य में केबल टेलीविजन क्षेत्र में नियामक प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने में सक्षम बनाना है।
इस अवसर पर उपस्थितजनों को संबोधित करते हुए, मंत्री ने कहा कि आज भारत को निवेश के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में देखा जाता है, जहां वैश्विक कंपनियां व्यवसाय स्थापित करने के लिए उत्सुक हैं। परिवर्तनगामी शासन और आर्थिक सुधारों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आग्रह को स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि इससे भारत में व्यापार करने में आसानी में काफी सुधार हुआ है। ठाकुर ने कहा कि इससे मौजूदा व्यवसायों और नए उद्यमों, दोनों से निवेश में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि विशेष रूप से स्टार्टअप इको-सिस्टम फला-फूला है, जिसमें स्टार्टअप और यूनिकॉर्न की संया में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
व्यापार सुगमता में सुधार की दिशा में सरकार की उपलधियों के बारे में विस्तार से बताते हुए, ठाकुर ने कहा कि इन्हें विश्व स्तर पर मान्यता मिली है, जैसा कि विश्व बैंक के व्यापार सुगमता सूचकांक और लॉजिस्टिक प्रदर्शन सूचकांक जैसे अंतरराष्ट्रीय सूचकांकों में इसकी बेहतर रैंकिंग से पता चलता है। ठाकुर ने कहा कि सरकारी ई- मार्केटप्लेस (जीईएम) जैसे प्लेटफार्मों की सफलता एमएसएमई और छोटे व्यवसायों के लिए समान अवसर बनाने के सरकार के प्रयासों को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में न केवल आर्थिक सुधारों पर ध्यान केंद्रित किया है, बल्कि मानसिकता परिवर्तन को बढ़ावा देने, उद्यमियों को राष्ट्रीय विकास में भागीदार के रूप में मान्यता देने पर भी ध्यान केंद्रित किया है। इस दृष्टिकोण से धन सृजन, नौकरी के अवसर और उच्च आय में वृद्धि हुई है, जिससे देश के समग्र कल्याण और विकास को लाभ हुआ है।
इससे पहले, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सचिव संजय जाजू ने कहा कि इन पहलों से हमें मीडिया के साथ अपने जुड़ाव को सुव्यवस्थित करने और बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि इससे न केवल पारदर्शिता और नवप्रवर्तन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि विभागों की कार्यप्रणाली में सुधार लाने में भी मदद मिलेगी। प्रेस सेवा पोर्टल- समाचार पत्र पंजीकरण को सुव्यवस्थित करनाप्रेस रजिस्ट्रार जनरल ऑफ इंडिया (पीआरजीआई -पूर्ववर्ती आरएनआई) द्वारा प्रेस और पत्रिकाओं के पंजीकरण अधिनियम, 2023 (पीआरपी अधिनियम, 2023) के तहत विकसित प्रेस सेवा पोर्टल, पूर्ण स्वचालन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इसमें समाचार पत्र पंजीकरण और अन्य संबंधित प्रक्रियाएं जुड़ी हैं। पीआरपी अधिनियम 2023 के तहत डिजाइन किए गए इस पोर्टल का उद्देश्य औपनिवेशिक पीआरबी अधिनियम, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस सेवा पोर्टल का अनावरण किया1867 के तहत प्रचलित बोझिल पंजीकरण प्रक्रियाओं को सरल बनाना है।
प्रेस सेवा पोर्टल की प्रमुख विशेषताओं में शामिल हैं- ऑनलाइन आवेदन- प्रकाशक आधार-आधारित ई-हस्ताक्षर का उपयोग करके शीर्षक पंजीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन दाखिल कर सकते हैं। संभाव्यता मीटर- शीर्षक उपलधता की संभावना को दर्शाता है। एप्लिकेशन स्थिति की वास्तविक समय में ट्रैकिंग- सहज रूप से डिज़ाइन किए गए डैशबोर्ड के माध्यम से पहुंच योग्य। समर्पित डीएम मॉड्यूल- जिला
मजिस्ट्रेटों को एक केंद्रीकृत डैशबोर्ड में प्रकाशकों से प्राप्त आवेदनों को प्रबंधित करने में सक्षम बनाता है। नई वेबसाइट- पोर्टल के साथ,
वेबसाइट प्रासंगिक जानकारी तक आसान पहुंच प्रदान करती है, जिसमें उपयोगकर्ता के अनुकूल बातचीत के लिए एआई-आधारित चैटबॉट की सुविधा है।
स्वचालन के लाभ- शीर्षक पंजीकरण के लिए ऑनलाइन सेवाएं, ई-हस्ताक्षर सुविधाओं के साथ कागज रहित प्रक्रियाएं, प्रत्यक्ष भुगतान गेटवे
का एकीकरण, यूआर कोड- आधारित डिजिटल प्रमाणपत्र, प्रेस रखने वालों/मालिक के लिए प्रिंटिंग प्रेस के बारे में ऑनलाइन सूचना सक्षम करने वाला मॉड्यूल, समाचार पत्र पंजीकरण की कुशल ट्रैकिंग और चैटबॉट-आधारित इंटरैटव शिकायत समाधान सॉटवेयर के माध्यम से त्वरित शिकायत समाधान।