जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाते हुए कहा है कि आज जम्मू में बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. उन्होंने हमलावर अंदाज में कहा कि सरकार ने वादा किया था कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद यहां दूध और शहद की नदियां बहने लगेगी. लेकिन आज यहां देश में सबसे अधिक बेरोजगारी दर है. देश के 70 मंत्री यहां फीता काटने पहुंच रहे हैं. लेकिन जिन कार्यों का भी उद्घाटन किया गया है उसकी शुरुआत मनमोहन सरकार के दौरान ही की गई थी. वर्तमान सरकार द्वारा यहां पर अब तक किसी भी योजना की शुरुआत नहीं की गई है.
मुफ्ती ने कहा कि जम्मू क्षेत्र में बहुलवादी संस्कृति रही है. यह क्षेत्र देश का एकमात्र स्थान है जहां पर सभी जाति और धार्मिक विश्वास के लोग मिल जाएंगे. आज कश्मीर के लोगों की आवाज दबाई जा रही है. उन्हें चुप कराया जा रहा है. लेकिन जम्मू में सरकार यहां की अर्थव्यवस्था को चौपट करने पर लगी है. खनन संबंधी सभी कार्यों के कॉन्ट्रेक्ट बाहर के लोगों को दिए जा रहे हैं. नई आबकारी नीति आने से जम्मू के सैकड़ों युवा बेरोजगार हो रहे हैं.