भारत

दिल्ली में जलभराव से निपटने के लिए भूमिगत पंपों को ऊंचा किया गया

Admin Delhi 1
20 Aug 2023 8:19 AM GMT
दिल्ली में जलभराव से निपटने के लिए भूमिगत पंपों को ऊंचा किया गया
x
अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए गए

दिल्ली: जी-20 शिखर सम्मेलन के दाैरान लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को अधिक वर्षा की आशंका है। इसे देखते हुए पीडब्ल्यूडी ने अपनी सड़कों पर अतिरिक्त सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं, भूमिगत पंपों को ऊंचा किया गया है। ताकि अधिक वर्षा होने पर शहर में निगरानी रखी जा सके और जलभराव से लोगों को बचाया जा सके।

पिछले महीने यमुना में जल स्तर बढ़ने के कारण राष्ट्रीय राजधानी के कई इलाके जलमग्न हो गए थे, जिससे ऐसी स्थिति पैदा हो गई थी कि 27,000 लोगों को नदी के किनारे बाढ़ के क्षेत्र से निकालना पड़ा था। राजघाट, प्रगति मैदान सुरंग और भैरो रोड ऐेसे इलाके हैं जहां शिखर सम्मेलन के दौरान प्रतिनिधियों के अक्सर आने की संभावना है, वहां भी पानी भर गया था, जिससे प्रशासन की चिंताएं बढ़ गई थीं। पीडब्ल्यूडी के एक अधिकारी ने कहा कि हमने शिखर सम्मेलन के लिए एक आकस्मिक वर्षा योजना तैयार की है। हमने विभिन्न सड़कों पर चौबीस घंटे निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी है। इसके अलावा बाढ़ के दौरान डूबे हुए भूमिगत पंपों को ऊंचाई पर फिर से स्थापित किया गया है। अधिकारी के मुताबिक प्रगति मैदान सुरंग के अंदर 72 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, क्योंकि इसका इस्तेमाल प्रतिनिधियों द्वारा किए जाने की संभावना है। उन्होंने कहा कि इनमें से कुछ कैमरे दिल्ली पुलिस द्वारा लगाए गए हैं। सुरंग के अंदर कुल 540 किलोवाट क्षमता वाले 16 स्थायी पंप काम कर रहे हैं। इनके अलावा 40 एचपी के छह मोबाइल पंप तैनात किए गए हैं। पिछले महीने भारी वर्षा के बाद पीडब्ल्यूडी मुख्यालय के सामने इंद्रप्रस्थ मार्ग भी जलमग्न स्थानों में से एक था। अब 337 एचपी की क्षमता वाले सात पंप वहां काम कर रहे हैं और 50 एचपी के दो मोबाइल पंप स्टैंडबाय पर रखे गए हैं। पीडब्ल्यूडी नियंत्रण कक्ष सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से अपने अधीन स्थानों की निगरानी कर रहा है। यदि कुछ भी देखा जाता है, तो संबंधित अधिकारियों को सतर्क कर दिया जाता है। शिखर सम्मेलन के समय टीमें जलभराव वाले स्थानों पर तैनात रहेंगी, जहां विदेशी प्रतिनिधि जाएंगे।

भारी जलभराव वाले 10 स्थानों की पहचान: भारी वर्षा होने की स्थिति में जलभराव को रोकने के लिए दस स्थानों की पहचान की गई है। इनमें आईटीपीओ के गेट के आसपास के क्षेत्र, शिखर सम्मेलन स्थल, प्रगति मैदान सुरंग, पटियाला हाउस कोर्ट के पास तिलक मार्ग, आईटीओ स्काईवाक के पास अंडरपास और पीडब्ल्यूडी मुख्यालय के सामने इंद्रप्रस्थ मार्ग शामिल हैं।

Next Story