लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में जारी विवाद के बीच रविवार को चिराग पासवान ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई. लेकिन इस बैठक पर चिराग के चाचा पशुपति पारस नाराज हो गए. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने आज चिराग पासवान के साथ बैठक में भाग लिया है, उन सबको पार्टी नोटिस भेजेगी और सस्पेंड करेगी. पशुपति ने कहा कि चिराग पासवान के अध्यक्ष बनने के बाद नई कार्यकारिणी की घोषणा नहीं हुई है. 2015 में कार्यकारिणी के बाद नई घोषणा नहीं की गई. 2015 की लिस्ट में से कई लोग पार्टी छोड़कर जा चुके हैं या उनकी मृत्यु हो चुकी है. पार्टी की तरफ से चुनाव आयोग को नए अध्यक्ष के चुनाव के सभी दस्तावेज भेज दिए गए हैं. अब चुनाव आयोग और जो भी दस्तावेज मांगेगा वो हम लोग उन्हें देंगे.
पशुपति पारस ने आगे कहा कि अच्छी बात है वो (चिराग) आशीर्वाद यात्रा निकाल रहें हैं, वो भी रामविलास पासवान के जन्मदिन पर. अगर वो मुझे बुलाते हैं तो मैं भी उनका साथ दूंगा. हम भी पटना में रामविलास जी के जन्मदिन पर बहुत बड़ा प्रोग्राम पार्टी कार्यकाल और देश भर में करेंगे. उन्होंने कहा कि मेरा आशीर्वाद हमेशा चिराग के साथ है लेकिन वो आशीर्वाद लेना ही नहीं चाहते हैं. पार्टी को सौरव पांडेय ने तोड़ दिया है. चिराग से पार्टी के नेताओ को सौरव मिलने ही नहीं देता था. चिराग बताएं कि मुझे बिहार प्रदेश अध्यक्ष से उम्र ज़्यादा होने की वजह से हटाया तो सौरव पांडेय की पिता मणिशंकर पांडेय को उतर प्रदेश का अध्यक्ष क्यों बनाया? उनकी उम्र भी ज़्यादा है, वो तो लाठी पकड़कर चलते हैं.