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49 लाख की लूट मामले में चाचा-भतीजा गिरफ्तार, पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा

Nilmani Pal
19 Oct 2021 2:04 PM GMT
49 लाख की लूट मामले में चाचा-भतीजा गिरफ्तार, पुलिस ने किया चौंकाने वाला खुलासा
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खुलासा

बिहार। 49 लाख रुपये लूटकांड का मुंगेर पुलिस ने 12 घंटे के अंदर खुलासा कर दिया है। हालांकि लूट की घटना को अंजाम देने वाले दोनों मुख्य अपराधी गिरफ्तार नहीं हुए हैं। लेकिन पुलिस ने लूटे हुए रुपयों को छिपाने के आरोप में पति-पत्नी सहित एक अन्य महिला को गिरफ्तार किया है। उनकी निशानदेही पर दो अलग-अलग घरों से 44 लाख 13 हजार 900 रुपया पुलिस ने बरामद किया। लूट की घटना में लाइनर की भूमिका निभाने वाले की भी पुलिस जांच कर रही है। मंगलवार को पुलिस कार्यालय में एसपी जगुनाथरेड्डी जलारेड्डी ने पत्रकारों को बताया कि सोमवार की दोपहर 3:40 बजे कौड़ा मैदान के थोक गल्ला व्यवसायी गोपाल प्रसाद के कर्मी से शादीपुर स्थित मस्जिद के समीप से अपराधियों ने हथियार के बल पर 49 लाख रुपये लूट लिये थे। घटना उस समय हुई जब व्यवसायी व उसकी बेटी और उसका दो स्टॉफ रुपया लेकर बैंक में जमा करने जा रहा था। इसके बाद घटना के खुलासे को लेकर एसडीपीओ सदर के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। जिसमें विभिन्न थानाध्यक्षों के साथ ही तकनीकी टीम को लगाया गया।

एसपी ने आगे बताया कि टीम ने सर्वप्रथम लूट वाले मार्ग एवं भागने की दिशा वाले मार्ग में लगी सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण शुरू की। जिसके बाद पुलिस ने लूट की घटना में शामिल दोनों अपराधियों का शिनाख्त किया। लेकिन अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हुई। पर यह पता चला कि लूट की घटना को अंजाम देने वाला मुख्य आरोपी दशरथ यादव उर्फ बहिरा ने रुपया कहां छिपाया है। पुलिस ने सोमवार की देर रात असरगंज थाना क्षेत्र के चोरगांव पहुंची और अपराधी के बहन-बहनोई के घर में छापेमारी की। तो पुलिस ने उसके घर की सीढ़ी के नीचे बोरो में गाड़कर रखे गये 25 लाख रुपये बरामद किया। जिसके बाद अपराधी की बहन जूली देवी एवं उसके पति अनिल यादव को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस टीम अपराधी के उसी गांव में रह रहे मौसेरी सास के घर पर छापेमारी की। जहां से 19 लाख 13 हजार 900 रुपया बरामद कर लिया। उसकी मौसेरी सास ने रुपयों को घर में बने रैक में छिपा कर रखा था। जिसके बाद अपराधी की मौसेरी सास गुंजन देवी को भी गिरफ्तार कर लिया गया। लूट कांड का खुलासा करने के लिए एसपी ने सदर डीएसपी नंदजी प्रसाद के नेतृत्व में टीम का गठन किया था। जिसमें कोतवाली थानाध्यक्ष नीरज कुमार, असरगंज थानाध्यक्ष मिंटू सिंह, खड़गपुर थानाध्यक्ष धीरज पांडेय, नया रामनगर थानाध्यक्ष कौशल कुमार, त्वरित विचारण प्रभारी इंसपेक्टर दिलजीत झा शामिल थे। इसके साथ ही जिला आसूचना इकाई की टीम का इसमें महत्वपूर्ण योगदान था।

जानकारी के अनुसार कोतवाली थाना क्षेत्र के शादीपुर निवासी कुख्यात अपराधी दशरथ यादव उर्फ बहिरा ने अपने भतीजे सन्नी यादव के साथ मिल कर घटना को अंजाम दिया। दोनों शादीपुर मस्जिद के समीप पूर्व से घात लगाये हुए थे। जैसे ही व्यवसायी का स्टॉफ सौरभ व धर्मेंद्र वहां पहुंचा। वैसे ही दोनों ने पिस्तौल तान दिया और एक ही झटके में रुपयों से भरा बैग छीन कर भाग निकला। जब व्यवसायी ने पीछा किया, तो उस पर अपराधियों ने एक फायरिंग भी की। जिसके बाद अपराधी सीधे रुपयों से भरा बैग लेकर असरगंज अपने रिश्तेदार के घर पहुंच गया। जहां अपराधियों ने अपने दो रिश्तेदारों के सहयोग से उसके घर में रुपयों को छिपा दिया। बताया जाता है कि रुपया छिपाने के बाद कुछ रुपया लेकर दोनों अपराधी वहां से निकल गया। जिसकी गिरफ्तारी अब तक पुलिस नहीं कर पाई है। पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है।

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