
सैंज। पार्वती परियोजना में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों ने सैंज में एनएचपीसी के खिलाफ एक घंटे का धरना प्रदर्शन कर परियोजना प्रबंधन के पहियों को जाम किया है। सीटू के जिला महासचिव राजेश ठाकुर ने कहा कि एनएचपीसी समय रहते एच फार्म पर हस्ताक्षर करने का फैसला वापस ले और मजदूरों का शोषण बंद करें। उन्होंने …
सैंज। पार्वती परियोजना में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों ने सैंज में एनएचपीसी के खिलाफ एक घंटे का धरना प्रदर्शन कर परियोजना प्रबंधन के पहियों को जाम किया है। सीटू के जिला महासचिव राजेश ठाकुर ने कहा कि एनएचपीसी समय रहते एच फार्म पर हस्ताक्षर करने का फैसला वापस ले और मजदूरों का शोषण बंद करें। उन्होंने कहा कि अन्यथा सैकड़ो संविदा कर्मचारी मजबूरन एनएचपीसी के मुख्यालय फरीदाबाद का घेराव 19 फरवरी को करेंगे। अब एनएचपीसी आउटसोर्स कर्मचारीयों को यूनियन में जाने से रोकने के लिए एच फॉर्म में हस्ताक्षर करने का दवाव डाल रही है हालांकि परियोजना में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारियों ने एच फॉर्म को ठुकरा कर परियोजना प्रबंधन को कटघरे में खड़ा कर दिया है। पार्वती परियोजना चरण-3 मजदूर यूनियन के अध्यक्ष महेश्वर सिंह ने कहा कि आउटसोर्स कर्मचारीयों को सैलरी ठेकेदार देता है और काम भी ठेकेदार करवाता है लेकिन एनएचपीसी यूनियन को तोडऩे के चक्कर में एच फार्म पर जबरन हस्ताक्षर करने का दबाव बना रही हैं।
पार्वती परियोजना में ठेकेदार के अधीन कार्य कर रहे आउटसोर्स कर्मचारीयों पर एनएचपीसी द्वारा दबाव बनाने का सिलसिला जारी है।
एनएचपीसी वर्कर यूनियन संबंधित सीटू के अध्यक्ष महेश्वर सिंह और सीटू के जिला महासचिव राजेश ठाकुर ने कहा कि अगर एनएचपीसी एच फार्म पर हस्ताक्षर करवाना जबरन वंद करे अन्यथा परियोजना प्रबंधन को इसके गंभीर परिणाम भुगतानें पड़ेंगे। उल्लेखनीय है कि सीटू के वैनर तले आउटसोर्स पॉलिसी के तहत कार्य कर रहे पार्वती-3 तथा पार्वती दो के सैकड़ों मजदूर ने सैज व बिहाली मे वुधवार को एनएचपीसी के पहिए एक घंटे जाम किए। महेश्वर सिंह ने कहा कि एनएचपीसी ने जहां संविदा कर्मचारियों की सैलरी बढ़ाने का ऐलान किया है वही वदले में एनएचपीसी आउटसोर्स कर्मचारीयों से फार्म एच पर हस्ताक्षर करने का दवाव वना रही है। एनएचपीसी ने फार्म एच में मजदूरों को बंधुआ मजदूर बनाने की शर्तें शामिल की है जिसका मजदूरों ने कड़ा विरोध किया है। उन्होंने कहा कि एनएचपीसी प्रबंधन ने फॉर्म एच में दर्शाया है कि पार्वती परियोजना में कार्यरत आउटसोर्स कर्मचारी भविष्य में ना तो कोई भी हड़ताल करेंगे और ना ही एनएचपीसी प्रबंधन के बिना किसी भी गतिविधि में शामिल होंगे और एनएचपीसी प्रबंधन जो कहेगा वही करेगे। इस तरह की कोई शर्तें फॉर्म एच में शामिल की है जिससे वर्कर यूनियन ने सिरे से खारिज कर दिया है ।
