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कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उद्धव ठाकरे की टास्क फोर्स के साथ बैठक, महाराष्ट्र में लग सकता है लॉकडाउन

Deepa Sahu
11 April 2021 1:59 PM GMT
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उद्धव ठाकरे की टास्क फोर्स के साथ बैठक, महाराष्ट्र में लग सकता है लॉकडाउन
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सीएम उद्धव ठाकरे

जनता से रिश्ता वेबडेस्क: मुंबई, सीएम उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर टास्क फोर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की। इसमें बिस्तरों की उपलब्धता, रेमेडिसवियर के उपयोग और प्रतिबंध लगाने के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान निदेशालय के निदेशक डॉ टीपी लहाणे, कार्यबल के प्रमुख डॉ संजय व अन्य लोगों के साथ उद्धव ठाकरे ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संकट पर चर्चा की। रविवार को यह जानकारी मुख्यमंत्री कार्यालय ने दी। इससे पहले शनिवार को उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में कोरोना की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए लॉकडाउन के सिवाय दूसरा कोई विकल्प नहीं दिख रहा है। वहीं, नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फड़नवीस ने लॉक डाउन का विरोध करते हुए कहा इससे लोगों की परेशानी बढ़ सकती है और विरोध में लोग सड़क पर उतर सकते हैं। रविवार को सरकार कम से कम 15 दिन के लॉकडाउन का निर्णय कर सकती है। मुख्यमंत्री ने राज्य में कोरोना की बिगड़ती स्थिति पर विचार-विमर्श के लिए शनिवार शाम सर्वदलीय बैठक बुलाई थी।

वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी के सभी प्रमुख नेताओं के अलावा नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडनवीस एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए कठिन निर्णय लेने का वक्त आ गया है। अब लॉकडाउन के सिवाय कोई और विकल्प नहीं दिख रहा है। राज्य में कम से कम 15 दिन के लॉकडाउन का निर्णय किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना की चेन तोड़ने के लिए दूसरे देशों ने भी लॉकडाउन का विकल्प अपनाया है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने बयान जारी कर कहा कि मुख्यमंत्री ने बैठक में भरोसा दिलाया कि सरकार गरीबों, मजदूरों और दैनिक वेतन भोगियों को होने वाली परेशानियों को दूर करेगी। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता अशोक चह्वाण ने भी सुझाव दिया कि सख्त पाबंदियां लगाते समय जरूरतमंद वर्ग का ख्याल रखा जाना चाहिए। साथ ही, सरकार द्वारा लिए गए निर्णय को जनता तक ठीक से पहुंचाया जाना चाहिए, ताकि भ्रम की स्थिति से बचा जा सके।
वहीं, उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने कहा कि लॉकडाउन से प्रभावित होने वाले वर्ग के लिए आर्थिक पैकेज तय करने को लेकर वह सोमवार को बैठक करेंगे। फड़नवीस ने कहा कि जनता एवं व्यापारियों के हितों का ख्याल रखा जाना चाहिए। पिछला साल पूरा खराब हो चुका है। लोग बिजली के बिल तक नहीं भर पा रहे हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि कोरोना पर नियंत्रण पाने के लिए आरटीपीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट जल्द देने का प्रयास करना चाहिए। इससे कोरोना के विस्तार को रोका जा सकेगा। माना जा रहा है कि राज्य की स्थिति सुधारने के लिए विपक्ष भी कुछ शर्तो के साथ लॉकडाउन के निर्णय का समर्थन करने पर राजी हो जाएगा। इस बीच, बृहन्मुंबई पालिका परिषद (बीएमसी) ने महानगर में सुबह सात बजे से रात आठ बजे तक शराब की होम डिलिवरी की अनुमति दे दी है। होम डिलिवरी करने वाले कर्मचारियों को कोरोना से बचाव के सभी नियमों का पालन करना होगा।


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