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उद्धव ठाकरे ने लिखा 15 विधायकों को पत्र, कही यह बात

jantaserishta.com
11 July 2022 8:31 AM GMT
उद्धव ठाकरे ने लिखा 15 विधायकों को पत्र, कही यह बात
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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के उन 15 विधायकों को पत्र लिखकर धन्यवाद दिया है, जो उनके साथ हैं। उद्धव ठाकरे ने उन्हें धन्यवाद देते हुए लिखा है कि आप लोगों ने कठिन समय में मेरा साथ दिया है। किसी भी तरह के दबाव या फिर ऑफर को खारिज करते हुए साथ देने के लिए आप लोगों का धन्यवाद। आज उन्होंने शिवसेना के सभी सांसदों की भी बैठक अपने आवास 'मातोश्री' में बुलाई है। शिवसेना के कुल 18 लोकसभा सांसद हैं, लेकिन इनमें से भी ज्यादातर के बगावत करने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में उद्धव के घर पर होने वाली यह बैठक मायने रखती है।

इस बीच अहमदनगर जिले की नेवासा विधानसभा सीट से विधायक शंकर राव गडख ने उद्धव ठाकरे के समर्थन का ऐलान किया है। उन्होंने विधानसभा क्षेत्र में समर्थकों से बातचीत के बाद यह ऐलान किया है। उद्धव ठाकरे को उन्होंने ऐसे वक्त में समर्थन का ऐलान किया है, जब खुद शिवसेना के ही विधायक उनका साथ छोड़कर जा रहे हैं। उद्धव गुट के साथ जाने का ऐलान करते हुए शंकरराव गडख ने कहा, 'मुझे शिवसेना और उद्धव ठाकरे की वजह से मंत्री पद मिला। हम जहां हैं वहीं रहने वाले हैं। हम कहीं नहीं जाना चाहते। वह अपने विधानसभा क्षेत्र के इलाके सोनाई में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे।
शंकरराव गडख ने रैली को संबोधित करते हुए विपक्ष को आगाह भी किया। उन्होंने कहा कि हमारे धैर्य की परीक्षा न लें। निर्दलीय विधायक शंकरराव गडख की बुलाई बैठक में हजारों लोग शामिल हुए, जबकि भारी बारिश लगातार जारी थी। शंकरराव ने कहा कि मुझसे भी शिंदे समूह की ओर से संपर्क किया गया था, लेकिन मैंने इनकार कर दिया। इससे पहले उन्होंने फेसबुक पर पोस्ट करके लोगों से अपील की थी कि वे सोमवार को मुला पब्लिक स्कूल सोनाई में उपस्थित रहें। यहां वह मौजूदा राजनीतिक हालातों पर बात करेंगे। उनकी इस अपील पर ही लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे।
इस बीच उद्धव ठाकरे को सुप्रीम कोर्ट से भी फौरी राहत मिली है। उनकी ओर से अदालत में अर्जी दाखिल की गई थी, जिसमें विधानसभा के नए स्पीकर के चुनाव को चुनौती दी गई थी। अदालत ने इस अर्जी पर ही सॉलिसिटर जनरल से कहा कि वह महाराष्ट्र के विधानसभा स्पीकर को बताएं कि इस याचिका पर फैसले तक वह कोई फैसला न लें।

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