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न्यूज़ क्रेडिट: आजतक
उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद से शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है। केंद्र सरकार ने उदयपुर में दर्जी की हत्या की घटना को एक आतंकवादी कृत्य मानते हुए बुधवार को राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) को मामले की जांच अपने हाथ में लेने और इसमें किसी भी संगठन या अंतरराष्ट्रीय संलिप्तता का पता लगाने का निर्देश दिया है।
कन्हैयालाल के दो बेटे हैं। मीडिया को कन्हैयालाल के परिजनों ने बताया कि यह पोस्ट गलती से कन्हैया के 8 साल के मासूम बच्चे ने अनजाने में कुछ वॉट्सऐप ग्रुप में भेज दिया था। यह पोस्ट कुछ कट्टरपंथियों ने देखा तो वो कन्हैयालाल के दुश्मन बन गए। अब कन्हैयालाल के बेटे ने कहा है कि पिता को पोस्ट के बारे में कुछ पता नहीं था। मीडिया से बातचीत में मासूम बेटे ने मांग की है कि उनके पिता की हत्या करने वालों का एनकाउंटर कर दिया जाए। बेटों ने पिता के हत्यारों के लिए सख्ती सजा की मांग की है। बेटे का कहना है कि उन्हें फांसी की सजा दी जाए।
बता दें कि उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा है, जबकि राजस्थान के सभी 33 जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर दिया गया है। उदयपुर में मंगलवार को दो लोगों ने कथित तौर पर धारदार हथियार से एक दर्जी कन्हैया लाल तेली की हत्या कर दी थी और उसका वीडियो सार्वजनिक करते हुए कहा कि वे ''इस्लाम के अपमान'' का बदला ले रहे हैं।
घटना के एक दिन बाद राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और ऐसी घटनाओं को राष्ट्रीय तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कट्टरपंथी तत्वों की संलिप्तता के बिना अंजाम नहीं दिया जा सकता।
कन्हैया लाल तेली का शव पोस्टमार्टम के बाद बुधवार को परिवार के हवाले कर दिया गया। उदयपुर के सेक्टर-14 में स्थित उनके घर से कड़ी सुरक्षा के बीच उनकी अंतिम यात्रा शुरू की गई, जिसमें सैकड़ों लोग शामिल हुए।
jantaserishta.com
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