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उत्तराखंड की तरह महाराष्ट्र में भी लागू हो यूसीसी : मनीषा कायंदे

Nilmani Pal
27 Jan 2025 10:27 AM GMT
उत्तराखंड की तरह महाराष्ट्र में भी लागू हो यूसीसी : मनीषा कायंदे
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मुंबई। उत्तराखंड में यूसीसी के लागू होने के बाद एक तरफ विपक्ष जहां सवाल उठा रहा है तो दूसरी ओर एनडीए के सहयोगी दल यूसीसी के समर्थन में आवाज बुलंद कर रहे हैं। शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने भी इस विधेयक की प्रशंसा करते हुए कहा कि उत्तराखंड की तरह यूसीसी महाराष्ट्र में भी लागू होना चाहिए। शिवसेना नेता मनीषा कायंदे ने आईएएनएस से बातचीत में कहा, "शिवसेना का हमेशा से यूसीसी का समर्थन किया है और आगे भी करते रहेंगे। हमारे देश में बांग्लादेशियों की गतिविधियां काफी बढ़ गई है। इसलिए यूसीसी को लाना बहुत जरूरी है। मैं मानती हूं कि उत्तराखंड के लिए आज बहुत बड़ा दिन है। क्योंकि, देश में अगर किसी पर अन्याय हो रहा है तो इसके आने से वह दूर हो सकता है। मुझे लगता है कि महाराष्ट्र में भी यूसीसी लागू होना चाहिए।"

मनीषा कायंदे ने कांग्रेस नेता हुसैन दलवई के बयान पर कहा, "मैं हुसैन दलवई के बयान का विरोध करती हूं। उन्हें पूरे हिंदू समाज से अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए, क्योंकि उनके बयान से देश में तनाव फैल सकता और इसके लिए हुसैन दलवई ही जिम्मेदार होंगे। मुझे लगता है कि उनका मानसिक संतुलन बिगड़ गया है और वह अनपढ़ों की तरह बातें कर रहे हैं।"उन्होंने सैफ अली खान पर हुए हमले पर भी कायंदे बोलीं। उन्होंने संदेह जताते हुए कहा, "इस मामले में पूरी जिम्मेदारी पुलिस की है। क्या सच है और क्या झूठ है, पुलिस इसकी जांच कर रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले पर जानकारी दी है, फिर भी इतना बड़ा हमला होने के बाद भी सैफ अली खान चल कर गए तो स्वाभाविक है कि लोगों के मन में सवाल उठेगा। लेकिन इसका जवाब पुलिस ही दे पाएगी। मुझे लगता है कि हॉस्पिटल को सैफ की मेडिकल रिपोर्ट पब्लिश करनी चाहिए।"

मनीषा कायंदे ने कहा कि पहले भी कुछ कलाकारों ने अपनी फिल्मों के रिलीज के पहले पब्लिसिटी स्टंट किया था। मगर जान पर हमला होना कोई पब्लिसिटी स्टंट है तो ये बेवकूफी भरी बात है। संजय राउत द्वारा बाला साहेब ठाकरे को भारत रत्न देने की मांग उठाते हुए कहा था कि आपने वीर सावरकर को तो दिया नहीं बाला साहब को देंगे तो उनका भी सम्मान होगा। इस पर कायंदे ने कहा, "राउत तीसरे टर्म के सांसद हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी प्रधानमंत्री या राष्ट्रपति को खत नहीं लिखा है। क्या उन्होंने पार्लियामेंट में कभी बातें रखी हैं? अगर वह वीर सावरकर को भारत रत्न दिलाना चाहते हैं तो उन्हें ये मुद्दा पार्लियामेंट में उठाना चाहिए।"

शिवसेना नेता ने एक्टर विक्की कौशल की अपकमिंग फिल्म ‘छावा’ को लेकर हुए विवाद पर कहा, "अगर इतिहास से जुड़ी कोई फिल्म है तो उसमें महान हस्तियों के कैरेक्टर को बहुत ही संजीदगी के साथ दिखाना चाहिए। पहले भी कई विवाद हुए हैं, जिसके बाद उसमें बदलाव किया गया। मैं इतना ही कहूंगी कि फिल्म से जुड़े तथ्यों को इतिहासकारों को दिखाना चाहिए और अगर उसमें बदलाव की जरूरत है तो उसे बदलना चाहिए।"

उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव के सवाल पर कहा, "आम आदमी पार्टी और कांग्रेस कभी एक साथ नहीं चल सकते हैं। ‘इंडिया अलायंस’ का प्रयोग अब खत्म हो गया है। जब गठबंधन के सहयोगी एक-दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं तो सवाल उठना लाजिमी है। नाना पटोले तो खुद इंडिया अलायंस को तोड़ना चाहते थे, क्योंकि उन्होंने महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जताई थी। अब विपक्षी गठबंधन सिर्फ कागजों पर ही रह गया है।"

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