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दो गए जेल: एस्कॉर्ट सर्विस देने के नाम पर करते थे वसूली, पुलिस ने ऐसे लिया एक्शन
jantaserishta.com
31 Aug 2021 4:37 AM GMT
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पुलिस प्रशासन और आम नागरिक जब तक ठगी के एक तरीके को समझ पा रहे हैं तब तक ठग भी नए तरीके से ठगी शुरू कर देते हैं. अब साइबर अपराधियों ने ठगी के लिए एक नई तरकीब इजाद की है जिसे सेक्सटॉर्शन नाम दिया गया है. झारखंड के हजारीबाग की पुलिस ने फर्जी कॉल कर एस्कॉर्ट सर्विस देने के नाम पर पैसे वसूलने के आरोप में दो को गिरफ्तार किया है.
पुलिस के मुताबिक दोनों ने अपना अपराध भी कबूल किया है. मामले के सामने आने के बाद पुलिस की चुनौतियां बढ़ गई हैं और साइबर एक्सपर्ट ने fishy लिंक यानी जिसके जरिए फंसाया जाता है, उससे बच कर रहने का आह्वान किया है. बताया जाता है कि हजारीबाग पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कोर्रा थाना क्षेत्र के लाखे में कुछ लड़के एकत्र होकर साइबर क्राइम अंजाम देने की फिराक में हैं. लाखे स्थित दयानंद देवचंद रविदास के घर में कुछ लड़के साइबर क्राइम को घटना को अंजाम देने के फिराक में थे.
सूचना के आधार पर हजारीबाग पुलिस ने छापेमारी कर सूरज कुमार और हेमंत कुमार को पकड़ लिया और दोनों को जेल भेज दिया है. पुलिस के मुताबिक ठगी के ये आरोपी आउटलुक पर अकाउंट बनाकर दूसरे की आईडी से फर्जी सिम खरीद कर उसका नंबर इस वेबसाइट पर अपलोड कर देते थे. एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लोगों से ठगी करने वालों ने पूछताछ में अपराध कबूल किया है. आरोपियों ने ये भी कहा कि जो कस्टमर उन्हें पैसा नहीं देते उनका अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया जाता है. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इनके पास से एक लैपटॉप, नौ मोबाइल और 13 एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं. हजारीबाग पुलिस के मुताबिक ये SKOTA वेबसाइट बनाकर एस्कॉर्ट सर्विस उपलब्ध कराने की बात कहते थे.
दरअसल, सेक्सटॉर्शन एक तरह का अपराध है. जिसमें अपराधी फर्जी फोन कॉल के जरिए युवकों को अपना मोहरा बनाते हैं और रंगदारी वसूलते हैं. रंगदारी नहीं देने पर उन्हें स्क्रीनशॉट भेज कर ब्लैकमेल किया जाता है. यानी साफ है कि भले ही जामताड़ा के साइबर फ्रॉड मास्टरमाइंड सीताराम मंडल जिसने बिग बी तक को ठगा था, उसे गिरफ्तार कर लिया हो लेकिन चुनौतियां कम नहीं हुईं. सेक्सटॉर्शन होता क्या है और उससे बचा कैसे जाए, साइबर एक्सपर्ट सुमोनी प्रसाद ने इस संबंध में जानकारी दी. जानकारों ने मोबाइल का इस्तेमाल करते समय जरूरी सावधानियों के संबंध में भी जानकारी दी है.
झारखंड में हर सप्ताह जो हेल्पलाइन इस क्षेत्र में काम करने वाले साइबर कंपनी ने जारी किया है उसके मुताबिक 7 से 10 सेक्सटॉर्शन के मामले सामने आ रहे हैं. पीड़ित शर्मिंदगी की वजह से पुलिस के पास जाना भी नहीं चाहते. यानी साफ है कि फेसबुक एकाउंट क्लोनिंग और दूसरे OTP ज़रिये पैसे उगाही करने के बाद साइबर फ्रॉड अब डेटा का जुगाड़ कर लोगों को एस्कॉर्ट सर्विस और दूसरे तरीकों से भी जाल में फंसा कर उगाही करने के नए नए तरीके ईजाद कर रहे हैं.
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