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मिनी मिल्खा के नाम दो रिकॉर्ड्स, चार साल की उम्र में किया ये काम

jantaserishta.com
19 April 2022 3:22 PM GMT
मिनी मिल्खा के नाम दो रिकॉर्ड्स, चार साल की उम्र में किया ये काम
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झुंझुनूं: आइए आज हम आपको मिलाते हैं, राजस्थान के मिनी मिल्खा से. जी हां झुंझुनूं के सत्यम बुडानिया ने महज चार साल में दो रिकॉर्ड्स अपने नामकर मिनी मिल्खा होने का दावा पेश कर दिया है. हाल ही में सत्यम बुडानिया ने एक घंटे 20 मिनट में 10 किलोमीटर की दौड़ पूरी कर इंडिया के सबसे कम उम्र का धावक बनने का विश्व रिकॉर्ड बनाया है. जिसके चलते उसका नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड इंडिया बुक में दर्ज हुआ है.

इससे पहले कुछ महीने पहले विश्व खेल दिवस पर भी पांच मिनट में 900 मीटर की दौड़ पूरी कर सत्यम बुडानिया ने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराकर कीर्तिमान स्थापित किया था. झुंझुनूं के सत्यम बुडानिया की उम्र महज 4 साल की है. मगर जब सत्यम रनिंग ट्रेक पर आता है, तो बड़े-बड़े धावक इसको देखकर दंग रह जाते हैं. सत्यम उम्र में भले ही 4 साल को हो, लेकिन उसके इरादे इतने मजबूत हैं कि कभी-कभी तो वो रात को भी ट्रैक पर दौड़ लगाने लग जाता है.
सत्यम बुडानिया सेना में भर्ती होने के अलावा ओलंपिक खेलकर इंडिया के लिए गोल्ड जीतना चाहता है. सत्यम बुडानिया ने अब 10 किलोमीटर की दौड़ को 1 घंटा 20 मिनट पूरी कर वर्ल्ड रिकॉर्ड ऑफ इंडिया बुक में सबसे कम उम्र के धावक के रूप में अपना नाम दर्ज करवाया है. कोच सुभाष योगी ने बताया कि करीब दो साल से सत्यम बुडानिया मैराथन की प्रेक्टिस कर रहा है. सत्यम इससे पहले खेल दिवस पर 900 मीटर की दौड़ का रिकॉर्ड भी इंडिया बुक ऑफ दर्ज हुआ है.सत्यम बुडानिया के कोच सुभाष योगी ने बताया कि सत्यम बुडानिया के डाइट प्लान से लेकर प्रेक्टिस प्लान तक सब तय किया गया है. इसमें उनके परिजनों का खासा सहयोग मिल रहा है.
संडे के दिन छुट्टी का समय भी वह मैदान में 10 किलोमीटर की दौड़ लगाकर पूरा करता है.सत्यम बुडानिया की ताई अनिता ने बताया कि सत्यम बचपन से ही दौड़ने में आगे रहा है. यही, कारण है कि उसके दौड़ने की प्रतिभा को देखते हुए कोच सुभाष व संगीता योगी ने उन्हें मैराथन की तैयारी करवाना शुरू कर दिया.अब उन्होंने भी सपना देख लिया है कि वह देश के लिए दौड़े और ओलंपिक जैसे मुकाबलों में भी हिस्सा लेकर देश का प्रतिनिधित्व करें. वहीं, सत्यम के पिता प्रमोद बुडानिया का कहना है कि सत्यम को खेलों इंडिया के तहत सरकार द्वारा प्रोत्साहन मिले तो उसकी प्रतिभा में और सही दिशा और मंच मिलेगा.
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