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दो लोग दबोचे गए, फोटो नेपाली, नाम हिंदुस्तानी...करते थे ये खेल

jantaserishta.com
6 Jan 2022 5:13 AM GMT
दो लोग दबोचे गए, फोटो नेपाली, नाम हिंदुस्तानी...करते थे ये खेल
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फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाते थे.

महाराजगंज: उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में पुलिस दो ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया है. जो नेपाली नागरिकों के फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाकर उनके नाम से बैंक में खाता खोलकर साइबर हैकरों को बेच देते थे. फिर इन फर्जी बैंक खातों से ऑनलाइन फ्रॉड का पैसा निकाला जाता था. इस मामले में महाराजगंज साइबर सेल और निचलौल थाने की पुलिस ने ग्राहक सेवा केंद्र संचालक व एक नेपाली एजेंट को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि गिरोह के सरगना अनिल यादव समेत तीन आरोपी नेपाल फरार हो गए हैं.

फर्जी आधार और पैन कार्ड बनाकर खोलते थे बैंक अकाउंट
इस मामले पर पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि लंबे समय से साइबर धोखाधड़ी में ऐसी शिकायतें सामने आ रही थीं, जिसमें जिले के विभिन्न बैंकों में खोले गए खातों में ऑनलाइन रुपये आ रहे थे. लेकिन जिन लोगों के नाम से खाते खोले गए थे उस नाम का कोई भी व्यक्ति महाराजगंज जिले में नहीं रहता था. जब मामले की गहराई से जांच की गई तो पता इस जालसाजी के तार नेपाल से जुड़े मिले. पुलिस ने बताया कि आरोपी ग्राम पंचायतों की फर्जी मुहर का इस्तेमाल कर नेपाली नागरिकों का फर्जी आधार कार्ड बनाते थे. आधार कार्ड बनने के बाद उनका पैन कार्ड और फिर अलग-अलग बैंकों में खाते खुलवाए जाते थे.
पुलिस को हैकिंग से जुडे़ बड़े गिरोह का पर्दाफाश होने की उम्मीद
एसपी का मानना है कि मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के बाद साइबर हैकिंग से जुडे़ बड़े गिरोह का पर्दाफाश होने की उम्मीद है. फर्जी बैंक अकाउंट खुलवाने के बाद इन्हें 15 हजार रुपये में बेच दिया जाता था. पुलिस को मौके से 14 ग्राम पंचायतों की मुहर, दो थंब स्कैनर मशीन, एक लैपटाप, दो मोबाइल फोन, 48 सिमकार्ड, दो पैन कार्ड, 33 आधार कार्ड, पांच एटीएम, छह चेक, आरोपित उपेंद्र निगम के एक नेपाली पासपोर्ट व 15 हजार रुपये नकद बरामद हुए हैं.
बैंक अकाउंट को 15 हजार रुपये में बेचा जाता था
आरोपियों ने एक भारतीय के नाम पर कई नेपाली नागरिकों का न सिर्फ आधार कार्ड बनाने का सेटअप तैयार कर रखा था, बल्कि उनके पैन कार्ड भी बनाए जा रहे थे. इस मामले में गिरफ्तार हुए नेपाल निवासी आरोपी बनिया उपेंद्र निगम की मां गायत्री देवी के नाम से 69 पैनकार्ड बने होने की पुष्टि हुई है. पुलिस अधीक्षक प्रदीप गुप्ता ने बताया कि इन नेपाली नागरिकों के डाटा पर खोले गए सभी खातों में साइबर हैकिंग के रुपये मंगाने का ही काम होता है. ये अपराधी इन खातों को 15000 में अन्य प्रदेशों में बड़े हैकरों को बेच देते थे. इस मामले की गहराई से जांच की जा रही है.
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