काशीपुर। बजाज फाइनेंस लिमिटेड के उप प्रबंधक ने एक डीलर सहित दो लोगों पर कंपनी को लाखों रुपये गबन करने का आरोप लगाया है। दोनों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों ने फर्जी तरीके से फाइनेंस कर कंपनी को लाखों रुपये का चूना लगाया …
काशीपुर। बजाज फाइनेंस लिमिटेड के उप प्रबंधक ने एक डीलर सहित दो लोगों पर कंपनी को लाखों रुपये गबन करने का आरोप लगाया है। दोनों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपियों ने फर्जी तरीके से फाइनेंस कर कंपनी को लाखों रुपये का चूना लगाया है।
रामनगर रोड स्थित उत्सव काम्पलेक्स निवासी व बजाज फाइनेंस लिमिटेड के उप प्रबंधक अक्षत सेठ ने न्यायालय को दिये प्रार्थना पत्र में कहा कि उनकी कम्पनी एक गैर बैंकिंग संस्था है जो कि आरबीआई के दिशा निर्देशों के अनुरूप ग्राहको को उपयोग की वस्तुएँ अपने अधिकृत डीलरों के माध्यम से लोन पर उपलब्ध कराती हैं।
बताया कि बीती 6 जुलाई से एसएन ट्रेडर्स काशीपुर के मालिक व वार्ड नं- 3, रामभवन, शर्मा विडियोज प्रा.लि., निकट रामलीला, बाजपुर निवासी हेमंत केसर सिंह सौन पुत्र केसर सिंह ऑनलाईन ओटीपी समझौते के तहत अधिकृत डीलर के रूप में कार्य करते चले आ रहे हैं। बताया कि कम्पनी द्वारा सभी ग्राहकों को ओटीपी बेस्ड लोन का करार किया जाता है तथा लोन की प्रक्रिया कंपनी के आउट सोर्स कर्मचारी द्वारा की जाती है तथा कर्मचारी अपने प्रणाली के तहत सभी इच्छुक ग्राहकों से केवाईसी दस्तावेजों की जांच करने के पश्चात लोन अप्रूवल आने पर कर्मचारी डीलर को ऑनलाईन डिलीवरी ऑर्डर जारी करते हैं।
ग्राहकों द्वारा फाइनेंस की नियमित किस्त अदा नहीं होने पर कंपनी के कर्मियों द्वारा ग्राहको से जब संपर्क किया तो पता चला की ग्राहकों को फाइनेंस कराया हुआ सामान प्राप्त नहीं हुआ हैं न ही उन्हें बजाज द्वारा किये गए कंज्यूमर लोन के विषय में कोई जानकारी हैं। जबकि इन सभी के नामों पर अनुमानित 50 हजार व 60 हजार रुपये के लोन हुए हैं। ग्राहकों ने बताया की उन्हें मौहल्ला पट्टी चौहान वार्ड नं- 5, निवासी मोहम्मद इस्लाम डीलर हेमंत केसर सिंह सौन के पास यह कह कर ले जाता था की वह उक्त लोगों को हेमंत केसर से केश लोन दिलवायेगा। कुछ लोगो को एक हजार व दो हजार रुपये मिले तो कई लोगों को कुछ भी रकम नहीं मिली।
प्रकरण सामने आने पर 17 अक्टूबर 2023 को जब हेमंत केसर से जानकारी ली, तो उसने कबुला व अपनी फर्म के लेटर पेड़ पर लिखित व ई-मेल द्वारा जिम्मेदारी ली कि उसने ही उसने ग्राहकों को समान नही दिया व केश पेमेन्ट किया गया हैं। साथ ही उक्त सभी फर्जी लोनो की पेमेन्ट वह 4-5 दिन में बजाज फाईनेंस को कर देगा।
वही हेमंत केसर सिंह ने अपनी फर्म के नाम का बारह लाख का एक चैक दिया जो कि बैंक में लगाने पर 30 नवंबर-2023 को बाउंस हो गया। आरोप लगाया कि हेमंत केसर सिंह ने बजाज फाइनेंस व ग्राहकों से धोखा व बेईमानी कर फर्जी इनवाइस तैयार कर जालसाजी से अपने साथी मोहम्मद इस्लाम द्वारा धोखाधड़ी की है। मामले में पुलिस से भी शिकायत की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।