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हुआ ये खुलासा।
बिजनौर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश का बिजनौर इन दिनों फर्जी अफसरों के कारण चर्चा में है। पहले नकली पुलिस अधिकारी, नकली कांस्टेबल पकड़े गए, अब सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन के दो फर्जी अफसर पुलिस की गिरफ्त में आए हैं। जबकि दो आरोपी भागने में कामयाब रहे। पुलिस अधिकारी ने यह जानकारी बुधवार को दी। ताजा मामला सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन के चार व्यक्ति अफसर बनकर एक बैंक प्रबंधक को ठगने से जुड़ा हुआ है। पुलिस की गिरफ्त में आए व्यक्तियों के नाम हर्ष और तुषार हैं, जबकि फरार आरोपियों के नाम अनुज और आकाश बताया जा रहा है, जिन्होनें खुद को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन का अफसर बनकर एक पीड़ित को ठगने की कोशिश की।
उन्हें गिरफ्तार करने वाली धामपुर पुलिस ने उनके पास से एक मोबाइल फोन, एक फर्जी पत्रावली और एक फर्जी वांरट पत्र बरामद किए हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बिजनौर डॉ. प्रवीण रंजन ने कहा कि सूचना प्राप्त हुई थी कि धामपुर थाना क्षेत्र न्यू धामपुर सिटी कॉलोनी में मंगलवार को जब चार युवकों ने खुद को एक सीबीआई टीम के सदस्य के रूप में पेश किया, और बैंक मैनेजर नीरज कुमार के घर पहुंचे।
तत्काल सूचना पर पुलिस मौके पहुंची और दोनो आरोपियों पकड़ लिया गया। सीबीआई टीम के बारे में पूछने पर वे कोई दस्तावेज पेश नहीं कर सके। जबकि दो साथी भागने में कामयाब रहे।
पीड़ित नीरज शर्मा ने बताया कि, उनके बैंक, इनकम और संपत्ति के कागजात मांगे। उनको सीबीआई टीम पर जब संदेह हुआ, और दस्तावेज दिखाने से इनकार कर दिया। इस पर चारों युवकों ने बैंक मैनेजर को पुलिस बुलाने की धमकी दी। वहीं जब बैंक मैनेजर ने खुद पुलिस बुलाने की बात कही, तो आरोपी युवक बौखला गए और भागने का प्रयास करने लगे। बैंक मैनेजर ने शोर शराबा कर स्थानीय लोगों की मदद से दो आरोपियों को पकड़ लिया, और पुलिस को सूचना दी। जबकि दो युवक फरार हो गए।
एसपी ने कहा कि आरोपी हर्ष और तुषार के खिलाफ आईपीसी की धारा 171, 468, 465, 466, 420, 452, 471, 342, 386, 506, 120 बी के तहत मामला दर्ज किया गया है। फरार आरोपियों की गिफ्तारी के लिए टीम लगा दी गई है।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि उसके कुकृत्यों का पता लगाने के लिए मामले की और जांच की जा रही है।
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