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दो करोड़ की मांगी घूस, एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल एसीबी की हिरासत में

Shantanu Roy
16 Jan 2023 6:23 PM GMT
दो करोड़ की मांगी घूस, एसओजी की एएसपी दिव्या मित्तल एसीबी की हिरासत में
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अजमेर। स्पेशल आपरेशन ग्रुप की एएसपी दिव्या मित्तल को एसीबी जयपुर की टीम ने हिरासत में ले लिया है. एसीबी जयपुर की टीम ने एएसपी बजरंग सिंह के नेतृत्व में एआरजी अजमेर स्थित मित्तल के निवास से उन्हें हिरासत में लिया. इससे पहले उनके निवास पर एसीबी ने छापामार कर सर्च शुरू कर दी, जहां से संदिग्ध दस्तावेज बरामद होने की बात सामने आ रही है. एसीबी जयपुर ने दिव्या मित्तल के ऑफिस, चूरू के चिढ़ावा स्थित पैतृक निवास, उदयपुर के एक रिर्सोट व जयपुर के एक फ्लेट तथा उनके दलाल उदयपुर निवासी सुमित कुमार के निवास पर भी एक साथ तलाशी ली है. एसीबी जयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बजरंग सिंह ने बताया कि आरोपित एसओजी की अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दिव्या मित्तल पर विभिन्न तीन मामलों में तलाशी चल रही है. वर्तमान एक मामले में परिवादी से आरोपित ने दो करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी थी. इसे लेकर आरोपित परिवादी को परेशान कर रही थी. परिवादी का यह भी कहना है कि वह उस मामले से संबंध भी नहीं रखता है फिर भी उसे परेशान किया जा रहा है. उसे कभी बुलाया जाता है कभी दलाल से बात कराई जाती है. एएसपी बजरंग सिंह का कहना रहा कि उन के समक्ष मामला आने पर उसकी तस्दीक की गई. आरोपित दिव्या मित्तल ने दो करोड़ के बजाय एक करोड़ में मामला रफादफा करने के लिए दलाल के माध्यम से पहले 25 लाख रुपये देने फिर शेष 25 लाख की रकम बाद में देने के लिए रजामंदी की.
एसीबी जयपुर के एएसपी बजरंग सिंह ने बताया कि रुपये लेने के लिए आरोपित दिव्या मित्तल के भेजे दलाल जो कि उदयपुर का रहने वाला सुमित कुमार है को अजमेर पहुंचने में कुछ समय लग गया. आरोपित को इस बात की भनक लग गई कि मामला निगरानी में आ गया है तो उन्होंने खुद को इधर-उधर कर लिया. एएसपी बजरंग सिंह ने बताया कि आरोपित के खिलाफ अन्य मामले भी है इसलिए इस प्रकरण के साथ अब एक साथ सभी मामलों में भी आरोपित के सभी ठिकानों पर जांच एक साथ की जा रही है. संदेह है कि पूर्व में अजमेर के रामगंज पुलिस थाने में दर्ज नशीली दवाओं के मामले में ही परिवादी से दो करोड़ की रिश्वत मांगी गई थी. परिवादी ने एसीबी जयपुर (jaipur) को बताया था कि एनडीपीएस एक्ट के एक मामले में जिसमें उसका एफआईआर में नाम नहीं है सिर्फ उसकी एक कंपनी है इसके बावजूद एसओजी की दिव्या मित्तल उन्हें परेशान कर रही है और उनसे घूस के दो करोड़ रुपये की मांग कर उन्हें दलाल के पास भेजा जा रहा है. इस मामले में पूर्व में भी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई भी हो चुकी है. किन्तु आरोपित दिव्या मित्तल के विरुद्ध इसी मामले में दबिश दी गई है इसकी पुष्टि एसीबीए के एएसपी बजरंग सिंह ने नहीं की है. उन्होंने तो यही कहा उनके परिवादी के खिलाफ एनडीपीएस के मामले में दिव्या मित्तल जांच कर रही थी. परिवादी का कहना था कि उसका एफआईआर में नाम दर्ज नहीं था फिर भी उस पर दबाव बना कर रकम मांगी जा रही है.
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