पुलिस से परेशान हिंदू नेता ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र, परिवार के साथ इच्छामृत्यु की मांगी इजाजत
यूपी। गाजियाबाद में हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व जिलाध्यक्ष जितेंद्र कुमार त्यागी ने रविवार को बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने अपने परिवार के साथ इच्छामृत्यु की इजाजत मांगी है. त्यागी ने आरोप लगाया है कि उन्हें पुलिस द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है.
यहां पत्रकारों से बातचीत में जितेंद्र कुमार त्यागी ने कहा, हमने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित पत्र लिखा है और उसमें इच्छामृत्यु की इजाजत मांगी है. पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस उन्हें प्रताड़ित कर रही है, उनके खिलाफ फर्जी आपराधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं. त्यागी का कहना है कि एक राजनीतिक परिवार के दबाव में उन्हें परेशान किया जा रहा है. 2022 में जितेंद्र पर नरेश त्यागी की हत्या के मामले में मामला दर्ज किया गया था. नरेश बीजेपी विधायक अजीत त्यागी के मामा और पूर्व मंत्री राजपाल त्यागी के बहनोई थे. फिलहाल, गाजियाबाद के पुलिस आयुक्त अजय कुमार मिश्रा ने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है.
बता दें कि हिंदू युवा वाहिनी को दो साल पहले पूरी तरह भंग कर दिया गया है. हिंदू युवा वाहिनी वो संगठन है, जिसकी नींव खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने रखी थी. इसकी शुरुआत गोरखपुर में करीब 22 साल पहले हुई थी. योगी आदित्यनाथ का खुद भी गोरखपुर से गहरा संबंध है. वे गोरखपुर मठ के महंत हैं और वहां से सांसद भी चुने गए. योगी आदित्यनाथ का अध्यात्म की दुनिया से राजनीति में आना गोरखपुर और यहां बनी हिंदू यूवा वाहिनी से ही संभव हुआ. हिंदू युवा वाहनी खुद को एक सांस्कृतिक और सामाजिक संगठन बताता रहा है. इसकी मूल विचारधारा हिंदुत्व और राष्ट्रवाद रही है.