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कोरोना को त्रिवेंद्र रावत ने बताया प्राणी, बोले- हम उसके पीछे लगे तो बचने के लिए हो गया बहुरूपिया
Apurva Srivastav
13 May 2021 5:34 PM GMT
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सोशल मीडिया पर इस समय उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत के एक वीडियो को लेकर यूजर्स जमकर मजे लिए जा रहे हैं।
सोशल मीडिया पर इस समय उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता त्रिवेंद्र सिंह रावत के एक वीडियो को लेकर यूजर्स जमकर मजे लिए जा रहे हैं। वीडियो में त्रिवेंद्र रावत कोरोना को प्राणी बता रहे हैं और कह रहे हैं कि कोरोना को भी जीने का अधिकार है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि कोरोना के पीछे हम लोग पड़े हुए हैं इसलिए ये वायरस बहुरूपिया हो गया है। पूर्व सीएम के इस वीडियो के सामने आते ही वीडियो जबरदस्त तरीके से वायरल हो रहा है।
वीडियो में त्रिवेंद्र रावत ने कहा, 'ये वायरस भी एक प्राणी है। हम भी एक प्राणी हैं। हम अपने आपको ज्यादा बुद्धिमान समझते हैं। लेकिन वो प्राणी भी जीना चाहता है और उसको भी जीने का अधिकार है। हम उसके पीछे लगे हुए हैं। वो अपने को बचाने के लिए अपना रूप बदल रहा है। वो बहुरूपिया हो गया है।' मालूम हो कि त्रिवेंद्र रावत कुछ समय पहले तक उत्तराखंड के सीएम थे। कार्यकाल पूरा होने से पहले ही उनको बीजेपी नेतृत्व ने सीएम पद से हटा दिया और उनकी जगह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तीरथ सिंह रावत को बैठा दिया।
You wanted happiness and positivity? You wanted to laugh so much you fall off your chair?
— Neha Chauhan (@nehajoychauhan) May 13, 2021
Hear ex-CM Uttarakhand Trivendra Singh tell you about coronavirus and it's will to live.😂😂
Next year, the virus will also be on the voting list. Wait and watch! 🙄🙄 pic.twitter.com/IvpijZ71tx
हाल ही में अंदरखाने से इस तरह की खबरें सामने आई थीं कि त्रिवेंद्र रावत को कुंभ मेले के आयोजन को लेकर सीएम पद से हटाया गया था। सूत्रों की मानें तो त्रिवेंद्र रावत नहीं चाहते थे कि कोरोना के समय पर कुंभ आयोजन इतने विशाल रूप में हो। इसे लेकर पार्टी नेतृत्व और उत्तराखंड बीजेपी के कई नेता उनसे नाराज थे।
हालांकि रावत ने बाद में साफ किया था कि ऐसा नहीं है कि उनको सीएम पद से इसलिए हटाया गया कि साधु संत समाज उनसे नाराज है। ऐसी खबरें सामने आई थी कि त्रिवेंद्र रावत चाहते थे कि कोरोना के चलते प्रतीकात्मक रूप से कुंभ आयोजित हो लेकिन साधु संत समाज रावत से सहमत नहीं था। इसलिए साधु संतों ने बीजेपी पर दबाव बनाया कि वे त्रिवेंद्र रावत के खिलाफ कार्रवाई करें।
पॉलिटिकल पंडितों का एक धड़ा ये भी कह रहा है कि त्रिवेंद्र रावत ने जानकर ऐसा बयान दिया है। एक तरह से उनकी नाराजगी इस बयान के जरिए सामने आई है। जानकार कह रहे हैं कि नाराजगी जताते हुए पूर्व सीएम ने कोरोना की तुलना बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से कर दी है। कोरोना महामारी से निपटने में हो रही बीजेपी की आलोचना के बीच त्रिवेंद्र रावत ने भी बहती गंगा में हाथ धोए हैं।
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