भारत

ट्रिपल मर्डर: पति ने पत्नी समेत दो बेटियों को उतारा मौत के घाट, वजह जानकर हैरान हो जाएंगे आप

jantaserishta.com
15 March 2024 4:13 AM GMT
ट्रिपल मर्डर: पति ने पत्नी समेत दो बेटियों को उतारा मौत के घाट, वजह जानकर हैरान हो जाएंगे आप
x
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
सारण: सारण जिले के रसूलपुर थाना के चपरैठी गांव में बुधवार की रात बदहवास पति ने शक में अपनी पत्नी की चाकू से गोदकर हत्या कर दी। इस दौरान बीच-बचाव कर रहीं दो बच्चियों पर भी हमला कर दिया। हमले में जख्मी दोनों बच्चियों की भी इलाज के दौरान गुरुवार को मौत हो गयी। इस घटना के बाद बदहवास 40 वर्षीय बिट्टू विंद ने खुद को भी चाकू मारकर जख्मी कर लिया। उसे इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया है।
घटनास्थल पर पहुंचे थानाध्यक्ष प्रभात कुमार ने बताया कि मृत महिला 36 वर्षीया रम्भा देवी व उसकी 12 वर्षीया बेटी चंचल कुमारी के शव को पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया गया। वहीं गंभीर रूप से घायल दो वर्षीया अंशिका की मौत भी पटना में इलाज के दौरान हो गई। घटना का कारण पति-पत्नी के बीच आपसी विवाद व पति का पत्नी पर शक करना बताया जाता है।
बदहवास 40 वर्षीय बिट्टू विंद के परिजन बताते हैं कि घटना को अंजाम देने वाला 40 वर्षीय बिट्टू विंद कोलकाता से देर रात घर आया और कुछ ही घंटे बाद चीख पुकार मच गई। वह एक सप्ताह कोलकाता में रहने के बाद लौटा था। बिट्टू के भाई 12 वीं के विद्यार्थी रितु कुमार ने बताया कि भैया हावड़ा- काठगोदाम एक्सप्रेस से आये। आशंका है कि इस दौरान उन्होंने शराब पी रखी थी और देर रात घर पहुंचे। इस बीच पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। फिर चाकू से उसने पहले पत्नी के गले पर वार किया। शोर सुनकर सोयीं दोनों बच्चियां जग गयीं। इस क्रम में उसने चंचला व अंशिका पर भी हमला कर दिया और अंत में अपने को भी चाकू मार घायल कर लिया।
घटना के बाद गांव में सनसनी फैल गयी। शोर होने पर लोग जुटे और घायलों को एकमा सीएचसी ले गये जहां बिट्टू की पत्नी रम्भा देवी की पहले ही मौत हो चुकी थी जबकि 12 वर्षीय छठी कक्षा की छात्रा चंचला को डॉक्टरों ने इलाज के बाद मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल दो वर्षीया अंशिका व हमलावर बिट्टू बिंद को पटना रेफर कर दिया गया। बेटी अंशिका ने भी वहां दम तोड़ दिया।
ग्रामीणों के मुंह से एक ही शब्द निकलता था कि घटना में बची नमिता व मधु का कौन सहारा होगा। दहाड़ मार कर बार बार अचेत हो जा रही रम्भा की सास को लोग ढाढस बंधाते रहे कि अब छोटे छोटे दोनों बेटियों को संभालना है। नमिता और मधु पहली और तीसरी कक्षा की छात्रायें हैं। इन्हें समझ नहीं आ रहा कि क्या और कैसे ये सब हो गया ? नमिता व मधु के दादा लोकनाथ कोलकाता से निकल चुके है। वहीं इन दोनों बच्चियों के चाचा रितु कुमार अभी खुद 12 वीं परीक्षा की तैयारी में हैं। ऐसे में परिवार पर टूटे दुख के पहाड़ से वे भी अचंभित हैं। उनपर भी भतीजियों की देख रेख करने की जिम्मेदारी बढ़ गई है।
घायल पिता-पुत्री को छपरा सदर से पीएसीएच रेफर किया गया था लेकिन एक प्राइवेट एबुलेंस वाले ने पटना मीठापुर स्थित स्वास्तिक नाम के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करा दिया। वहां जाते-जाते दो वर्षीया बेटी अंशिका ने दम तोड़ दिया। एंबुलेस में साथ गये एक परिजन व पड़ोसी विकास कुमार ने बताया कि यहां इलाज के लिए एक-एक पैसा के हम सब मोहताज हैं। अस्पताल प्रबंधक 70 हजार रुपये मांग रहा है। अस्पताल छोड़ने के लिए भी 35 हजार रुपये मांगा जा रहा है। उधर पेट में चाकू लगाने से बिट्टू की हालत भी नाजुक बनी हुई है। उसे चार यूनिट खून की सख्त जरूरत है।
Next Story