उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह (Kalyan Singh) का अस्थि विसर्जन नरौरा के साथ ही काशी की गंगा और अयोध्या की सरयू नदी में किया जाएगा. फूल अस्थियों को 27 अगस्त को बुलंदशहर के नरौरा में बसी घाट अंत्येष्टि स्थल से चुना जाएगा. पूर्व मुख्यमंत्री की याद में अरिष्टि और श्रद्धांजलि सभा अलीगढ़ में एक सितंबर को आयोजित होगी. कल्याण सिंह का पिछले हफ्ते 21 अगस्त को निधन हो गया था. वह 89 साल के थे और पिछले करीब डेढ़ महीने से अस्पताल में भर्ती थे.
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह कल सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए. उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ बुलंदशहर जिले के नरौरा घाट पर हुआ. बेटे राजवीर सिंह ने उन्हें मुखाग्नि दी. उनके अंतिम संस्कार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई बड़े नेता शामिल हुए.
नरौरा घाट पर पुरोहित चंद्र पाल आर्य ने बताया कि 21 पंडित ने वैदिक विधि-विधान से पूर्व मुख्यमंत्री का अंतिम संस्कार संपन्न कराया. 20 किलो चंदन की लकड़ी, 5 क्विंटल आम की लकड़ी, 50 किलो केसर कपूर और अन्य औषधियों की सामग्री, 60 किलो घी से अंतिम संस्कार की वैदिक विधि विधान से प्रकिया पूरी हुई. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी आहुति दी. अमित शाह ने कहा, 'उनका जाना भाजपा के लिए बड़ी क्षति है. बीजेपी ने एक दिग्गज और हमेशा संघर्षरत रहने वाला नेता खोया है. दबे, कुचले, पिछड़ों ने अपने शुभचिंतक नेता गंवाया है.'