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दूसरे देशों को सिर्फ मार्केट मानने से काम नहीं चलेगा: पीएम मोदी

jantaserishta.com
27 Aug 2023 10:18 AM GMT
दूसरे देशों को सिर्फ मार्केट मानने से काम नहीं चलेगा: पीएम मोदी
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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि एक लाभदायक बाजार (मार्केट) तभी कायम रह सकता है, जहां उत्पादकों और उपभोक्ताओं के हितों में संतुलन हो। दूसरे देशों को केवल बाजार मानने से काम नहीं चलेगा।
पीएम मोदी ने यहां बी20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ''एक लाभदायक बाजार तभी कायम रह सकता है, जहां उत्पादकों और उपभोक्ताओं के हित में संतुलन हो। यह बात राष्ट्रों पर भी लागू होती है। दूसरे देशों को केवल बाज़ार मानने से कभी काम नहीं चलेगा।''
आगे बढ़ने के रास्ते में सभी को समान रूप से भागीदार बनाना जरूरी है। यहां कई वैश्विक बिजनेस लीडर हैं, क्या हम सभी इस बात पर अधिक विचार कर सकते हैं कि बिजनेस को अधिक उपभोक्ता केंद्रित कैसे बनाया जाए। ये उपभोक्ता व्यक्ति या देश हो सकते हैं, उनके हितों का भी ध्यान रखना होगा।प्रधानमंत्री ने प्रतिनिधियों से पूछा, ''क्या हम इसके लिए एक वार्षिक अभियान के बारे में सोच सकते हैं? क्या हर साल वैश्विक कारोबारी नेता उपभोक्ताओं और उनके बाजारों की भलाई के लिए खुद को समर्पित करने के लिए एक साथ आ सकते हैं। हम उपभोक्ता अधिकारों की बात करते हैं। उपभोक्ता अधिकार दिवस भी दुनिया भर में मनाया जाता है। क्या हम उपभोक्ता देखभाल के लिए पहल कर सकते हैं?''
एक बार जब हम उपभोक्ता देखभाल दिवस मनाना शुरू कर देंगे, तो सकारात्मक संकेत के साथ माहौल बदल जाएगा। अगर हम उपभोक्ता देखभाल की बात करें तो अधिकारों से जुड़ी समस्याएं अपने आप हल हो जाएंगी। इसलिए अंतर्राष्ट्रीय उपभोक्ता देखभाल दिवस, मैं चाहता हूं कि आप सभी इस पर सोचें। इससे उपभोक्ता और व्यवसाय के बीच विश्वास और मजबूत होगा। एक कुशल और भरोसेमंद वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण में भारत एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। जलवायु परिवर्तन, जल सुरक्षा, साइबर सुरक्षा समेत अन्य का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "ये सभी व्यवसाय पर प्रभाव डालते हैं। इससे निपटने के लिए हमें अपनी पहल बढ़ानी होगी।"
पीएम ने क्रिप्टोकरेंसी के मुद्दों पर बात करते हुए कहा कि अधिक से अधिक एकीकृत दृष्टिकोण की जरूरत है। इसके लिए एक वैश्विक ढांचा बनाया जाना चाहिए जिसमें सभी हितधारकों का ध्यान रखा जाना चाहिए। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "आज दुनिया में एआई के प्रति उत्साह देखा जा रहा है। लेकिन, इसमें कुछ नैतिक विचार, स्किलिंग और री-स्किलिंग की जरूरत है। हमें एकजुट होकर इसका समाधान निकालना होगा।"
पीएम मोदी ने कहा, "वैश्विक व्यापारिक समुदायों और सरकारों को मिलकर यह सुनिश्चित करना होगा कि नैतिक एआई का विस्तार हो।"
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