नई-दिल्ली। उत्तर जिला पुलिस ने रेमडेसिविर के नाम पर ठगी करने वाले ट्रवेल एजेंट को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान 53 साल के अनुज कुमार के तौर पर हुई है। दवा के नाम पर ठगी को लेकर अनुज पर चार मुकदमे दर्ज हैं। डीसीपी अंटो अल्फोंस ने बताया कि आक्सीजन सिलेंडर, रेमडेसिविर दवा और अन्य चिकित्सकीय उपकरणों के नाम पर ठगी में लिप्त बदमाशों को पकड़ने के लिए एसीपी उमाशंकर की देखरेख में एएटीएस की टीम बनाई गई है। इसके लिए एसआई राजपाल मीणा एवं अन्य पुलिसकर्मी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे मैसेज की जांच कर रहे हैं। इसी दौरान एक मोबाइल नम्बर मिला जिसपर रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलाने का दावा किया जा रहा था।
एएटीएस की टीम ने इस नम्बर पर जरूरतमंद बनकर फोन किया और रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग की। इसके लिए दूसरी तरफ से शख्श ने बैंक खाते में रुपये जमा कराने को कहा। पुलिस ने बैंक खाते और मोबाइल नम्बर केसहारे रविवार को लाजपत नगर इलाके से अनुज को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने बताया कि वह ट्रवेल एजेंट का काम करता था लेकिन लाकडाउन में काम बंद हो गया। वह अप्रैल की शुरुआत में मूलचंद अस्पताल गया था जहां पर लोगों को आक्सीजन और रेमडेसिविर दवा के लिए परेशान होते देखा। तभी उसे इस तरह से ठगी करने का उपाय सूझा।
आरोपी के मोबाइल नम्बर खंगालने पर मालूम हुआ कि वह दो सौ लोगों से सम्पर्क कर चुका था। इसके लिए वह अपने मोबाइल नम्बर को व्हाट्स एप एवं फेसबुक के जरिए प्रसारित करता था। फिर जब कोई सम्पर्क करता था तो पहले आधी रकम अपने बैंक खाते में जमा कराने के लिए कहता था। करीब 18 हजार रुपये जमाकराने पर मोबाइल बंद कर लेता था। जांच में मालूमहुआ है कि आरोपी पर सब्जी मंडी, समयपुर बादली सहित दिल्ली के चार थानों में रेमडिसिविर के नाम पर ठगी की एफआईआऱ दर्ज है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी के बैंक खाते में चार लाख रुपये मिले हैं। अभी तक दिल्ली एनसीआर के कईथानों में आरोपी के खिलाफ शिकायतें मिलने की बात सामने आई हैं। पुलिस सभी पीड़ितों से सम्पर्क कर रही है।