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ट्रांसजेंडर उम्मीदवार ने लिया चुनाव न लड़ने का फैसला, कहा- आत्मसम्मान से नहीं करूंगी समझौता, लगाया ये आरोप
jantaserishta.com
3 April 2021 3:54 AM GMT
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नामांकन पत्र वापस लेने की तारीख खत्म हो गई हो.
केरल विधानसभा चुनाव लड़ने जा रहीं पहली ट्रांसजेंडर उम्मीदवार अनन्या कुमारी एलेक्स ने अब चुनाव न लड़ने का फैसला किया है. उन्होंने कहा है कि वह चुनाव से पीछे हट रही हैं. एलेक्स ने आरोप लगाया कि डेमोक्रेटिक सोशल जस्टिस पार्टी (DSJP) के नेताओं द्वारा उन्हें गंभीर मानसिक यातना और जान से मारने की धमकी दी गई है. ऐसे में वह चुनाव प्रचार समाप्त कर रही हैं, भले ही नामांकन पत्र वापस लेने की तारीख खत्म हो गई हो. अनन्या कुमारी DSJP के टिकट पर ही चुनाव लड़ रही हैं.
बता दें कि ट्रांसजेंडर उम्मीदवार अनन्या कुमारी एलेक्स केरल के मलप्पुरम जिले में वेंगारा निर्वाचन क्षेत्र से चुनावी मैदान में थीं. इस सीट से यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) का प्रतिनिधित्व करने वाले इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के पीके कुन्हालीकुट्टी और लेफ्ट (एलडीएफ) के एक वरिष्ठ नेता मैदान में हैं.
अनन्या कुमारी एलेक्स ने कहा है कि DSJP नेताओं ने मुझे यूडीएफ उम्मीदवार पीके कुन्हालीकुट्टी के बारे में गलत बोलने और LDF सरकार की आलोचना के लिए फोर्स किया. उन्होंने यह भी कहा कि मुझे पार्टी के नेताओं ने चुनाव प्रचार के दौरान परदा लगाने के लिए भी मजबूर किया था. ऐसे उत्पीड़न के बाद मैंने फैसला किया कि मैं अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं करूंगी.
एलेक्स ने कहा कि मुझे DSJP पार्टी के नेताओं द्वारा इस्तेमाल किया गया. मेरे पास एक व्यक्तित्व है और मेरी अपनी राय है. मैं आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार नहीं हूं. अनन्या कुमारी ने आरोप लगाया कि जब मैंने दुर्व्यवहार का विरोध किया तब DSJP नेताओं ने मुझे जान से मारने की धमकी दी. मुझे वेश्या के रूप में चित्रित किया गया.
एलेक्स ने कहा कि मैंने केरल में ट्रांसजेंडर लोगों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए चुनाव लड़ने का फैसला किया था, पार्टी ने मुझे वेंगारा निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ने का निर्देश दिया. यह मेरा फैसला नहीं था, उन्होंने मुझे चुना था.
बता दें कि अनन्या कुमारी केरल की पहली ट्रांसजेंडर रेडियो जॉकी हैं. वह एक निजी चैनल में एक पेशेवर मेकअप आर्टिस्ट और न्यूज एंकर रह चुकी हैं. एलेक्स ने कहा कि उनका लक्ष्य जीवन के सभी क्षेत्रों में ट्रांसजेंडर लोगों के लिए समानता सुनिश्चित करना है.
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