राजस्थान के भरतपुर में बदमाशों के खिलाफ कार्यवाही करने पहुंची पुलिस टीम पर बदमाशों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जानलेवा हमला बोल दिया. इस पुलिस टीम का नेतृत्व कर रहे ट्रेनी आईपीएस अधिकारी सुमित मेहरड़ा बदमाशों द्वारा की गयी फायरिंग में बाल-बाल बचे और बदमाशों की एक गोली उनके सीने के पास से होकर गुजर गई. बदमाशों के इस हमले में कुछ पुलिसकर्मी चोटिल भी हो गए. ये मामला कामा थाना इलाके का है जहां हरियाणा के एक पीड़ित व्यक्ति बलमत नाई ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि कामा थाना के गांव अकाता के रहने वाले इदरीश, इरफान, सफीक, बसीम साथी और करीब दस-पंद्रह बदमाशों ने पीड़ित को ट्रैक्टर खरीदने के लिए बुलाया. पीड़ित ने ट्रैक्टर को खरीदने के लिए 6 लाख रुपये दिए लेकिन बदमाशों ने ना तो ट्रैक्टर दिया और उनके रुपये भी लूट लिए.
इस मामले की शिकायत दर्ज होने के बाद कामा थाना पुलिस टीम ने ट्रेनी आईपीएस अधिकारी सुमित मेहरड़ा के नेतृत्व में गांव अकाता में बदमाशों को पकड़ने के लिए दबिश दी. मगर तभी गांव में बदमाशों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस टीम पर लाठी-डंडों से हमला बोल दिया और पथराव कर दिया. साथ ही उन बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी जिसके जबाब में पुलिस को भी फायरिंग करनी पड़ी.
बदमाशों की फायरिंग में ट्रेनी आईपीएस अधिकारी मुश्किल से बचे. बदमाशों की गोली आईपीएस अधिकारी के सीने के पास से होकर गुजर गई. पुलिस ने कुछ बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया. मगर बाकी बदमाश पुलिस पर फायरिंग करते हुए फरार होने में सफल रहे. पुलिस ने मामला दर्ज कर फरार हुए बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है.
ट्रेनी आईपीएस अधिकारी सुमित मेहरड़ा ने बताया कि कुछ बदमाशों द्वारा एक पीड़ित को लूटने व रुपये दोगुने करने का झांसा देने का मामला दर्ज हुआ था. इसके बाद पुलिस टीम गठित कर गांव में बदमाशों को गिरफ्तार करने के लिए दबिश दी गयी. मगर वहां बदमाशों व ग्रामीणों ने पुलिस पर हमला बोल दिया. पुलिस ने भी जबावी कार्रवाई की. कुछ बदमाशों को गिरफ्तार किया गया है और अन्य की तलाश जारी है.