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ट्रेन में आगजनी का मामला, आरोपी शाहरुख सैफी को लेकर पुलिस ने किया ये खुलासा

jantaserishta.com
17 April 2023 8:38 AM GMT
ट्रेन में आगजनी का मामला, आरोपी शाहरुख सैफी को लेकर पुलिस ने किया ये खुलासा
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नौ अन्य लोग भी आग में झुलस गए थे।
तिरुवनंतपुरम् (आईएएनएस)| कन्नूर जा रही एक ट्रेन में यात्रियों को जिंदा जलाने की घटना के 16 दिन बाद केरल पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख ने इस मामले में गिरफ्तार दिल्ली के 27 वर्षीय युवक शाहरुख सैफी के बारे में सोमवार को कहा कि युवक बेहद कट्टरपंथी व्यक्तित्व का है। एसआईटी के प्रमुख एम.आर. अजित कुमार ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि दिल्ली से ट्रेन में सवार होने के समय से लेकर यहां तक पहुंचने और घटना के बाद रत्नागिरी से गिरफ्तार होने तक उसने जो कुछ भी किया उसका एक-एक विवरण पता चल गया है।
अजित कुमार ने कहा, उसने जो किया उसके बारे में हमें पूरी जानकारी मिल गई है। वह एक बेहद कट्टरपंथी व्यक्ति है। वह इस तरह के (कट्टरपंथी) वीडियो देखता रहा है। फिलहाल यह कहना जल्दबाजी होगी कि क्या उसे कहीं और से भी मदद मिली थी।
उन्होंने कहा, हमें पता चला है कि उसने जो किया वह उसी मकसद से आया था। वह जिस इलाके से आता है उसके बारे में आप खुद भी पता लगा सकते हैं। हमने दूसरी राष्ट्रीय तथा राज्य एजेंसियों की मदद से छानबीन की है। आरोपी पर यूएपीए (गैर-कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम) की धाराओं के तहत भी आरोप लगाए गए हैं।
जांच दल ने पाया है कि वह दिल्ली से अकेले यात्रा कर रहा था। उसने कोझिकोड तक टिकट लिया था, लेकिन वह 2 अप्रैल की सुबह शोरनूर में उतर गया।
फिर रविवार देर शाम तक वह कन्नूर के लिए ट्रेन में सवार हो गया। इस बीच उसने शोरनूर में समय बिताया, जहां से एक पेट्रोलपंप से पेट्रोल खरीदा। उस पेट्रोल पंप की पहचार भी कर ली गई है। सैफी को वहां ले जाने वाले ऑटो चालक ने जांच दल के समक्ष इसकी पुष्टि की है।
शोरनूर से कोझिकोड की ट्रेन खुलने के बाद सैफी डी-1 डिब्बे में गया और यात्रियों पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
तीन यात्री डरकर चलती ट्रेन से कूद गए। बाद में उनकी लाश रेल की पटरी के पास मिली थी। नौ अन्य लोग भी आग में झुलस गए थे।
सैफी फिर उसी ट्रेन से कन्नूर पहुंचा और कुछ घंटों के बाद दूसरी ट्रेन में सवार होकर रत्नागिरी चला गया, जहां से उसे 5 अप्रैल को केंद्रीय एजेंसियों की गुप्त सूचना के आधार पर महाराष्ट्र पुलिस के आतंकवाद-रोधी दस्ते की एक टीम ने गिरफ्तार कर लिया। अगले दिन उसे केरल के कोझिकोड लाया गया और एक दिन अस्पताल में रहने के बाद से वह केरल पुलिस की विशेष जांच टीम की हिरासत में है।
रिमांड रिपोर्ट में पुलिस ने सैफी को एक बच्ची समेत तीन लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। हालांकि उसने कहा है कि वह इसके लिए जिम्मेदार नहीं है।
अब सवाल यह है कि क्या एनआईए, जो मामले की जांच पर करीबी नजर रखे हुए है, इसकी जांच अपने हाथ में लेगी?
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