बिहार के पटना से एक ऐसी मार्मिक तस्वीर वायरल हो रही जिसे देखकर लोग बहुत कुछ सोचने पर मजबूर हो गए. यह पटना के एक निजी अस्पताल की है. इसमें एक लड़की अपनी मां की लाश पर सिर रखकर बैठी हुई है. कोरोना संक्रमित मां की मौत हो चुकी है. सिर्फ मौत ही नहीं इस मौत के पीछे कई कहानियां ऐसी बनी जिनके जवाब अभी नहीं दिए जा सके हैं. दरअसल, पटना के एक अस्पताल में कोरोना संक्रमित महिला 15 मई को आईसीयू में भर्ती कराई गई थी. बिहार के ही नालंदा जिले से कुछ दिन पहले अपनी मां को लेकर बेटी इलाज कराने आई थी, वह उम्मीदों के साथ इसी निजी अस्पताल में पहुंची थी कि मां को ठीक कराकर वापस लौटूंगी लेकिन नियति ने शायद कुछ और सोच रखा था.
फिर यह तस्वीर वायरल हुई, जिसमें शांतचित होकर मां के शरीर पर माथा टिकाकर बिटिया मानों मां को विदा कर रही हो. ये तस्वीर जिसने भी देखी वो भावुक हो गया. यह तस्वीर जैसे कह रही हो कि एक संतान अपनी मां की गोद वापस मांग रही है. लेकिन अफसोस कि अब ऐसा नहीं हो पाएगा, इसका दोषी कौन है ये सवाल बड़ा है.AISF से जुड़े सुशील कुमार ने ये तस्वीर पोस्ट की है. उन्होंने फोन पर इस वायरल तस्वीर की पुष्टि की है कि ये तस्वीर उन्हीं मां-बेटी की है. इस पोस्ट पर तमाम लोग टिप्पणी भी कर रहे हैं. कोई लिख रहा ही कि इस तस्वीर ने मानवता को शर्मसार कर दिया तो किसी ने लिखा कि इन दोनों को न्याय मिलना चाहिए. किसी ने सिस्टम को दोषी ठहरा दिया तो किसी ने अस्पताल की गलती बताई.
लेकिन यह सब करके हम इनको कितना न्याय दिला पाएंगे, यह सवाल भी बड़ा है. बेटी का आरोप है कि मेरी मां के साथ 17 मई को गैंगरेप हुआ, उसी दिन से मां की तबीयत ज्यादा बिगड़ने लगी. मैंने अस्पताल में शिकायत भी की लेकिन उन्होंने इसपर ध्यान नहीं दिया. बेटी की सिर से मां का साया भी उठ गया. नालंदा जिले की रहने वाली ये बेटी अब अपनी मां के बगैर घर वापस लौटेगी. इस बेटी ने 15 साल पहले ही अपने अपने पिता को खो दिया था. मां आंगनबाड़ी शिक्षिका थी, बेटी और एक बेटे को पढ़ाया, दोनों को काबिल बनाया लेकिन उनको ये कहां पता था कि पटना एक अस्पताल में उनकी एक और कहानी लिखी जाएगी.
फिलहाल यह मामला बाहर आया. बेटी ने ही मां का वीडियो अस्पताल से वायरल किया तो चौतरफा दबाव पड़ा और पुलिस सक्रिय हो गई. अस्पताल ने अपने ऊपर लगे आरोपों से पल्ला झाड़ा. पुलिस ने FIR तो लिख ली लेकिन अब कैसा न्याय मिलेगा, यही देखना बाकी है.