तेलंगाना सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सभी महिला कर्मचारियों को खुशखबरी दी है. तेलंगाना सरकार ने 8 मार्च को राज्य की महिला कर्मचारियों को छुट्टी देने का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के आदेश पर उनके मुख्य सचिव सोमेश कुमार ने रविवार को 8 मार्च को राज्य की सभी महिलाओं को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने के लिए आकस्मिक छुट्टी देने का निर्देश दिया है. राज्यपाल तमिलिसै सौंदरराजन और मुख्यमंत्री चंद्रशेखर राव ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं को शुभकामनाएं दी हैं. राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा, "सदियों से हमारी विरासत, संस्कृति और परंपराएं महिलाओं का सम्मान करती आ रही है. देवी शक्ति के रूप में उनकी पूजा होती है".उन्होंने कहा कि महिलाएं आज सभी क्षेत्रों में पुरुषों से प्रतिस्पर्धा कर अपनी प्रतिभा का परिचय दे रही हैं.
मार्गदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध है तेलंगाना सरकार
सीएम केसीआर ने कहा कि अगर आधी आबादी का गठन करने वाली महिलाओं को अवसर दिया जाए तो चमत्कार दिखाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि तेलंगाना सरकार विकास के मार्ग पर उनका मार्गदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध है. महिला दिवस को मनाने की शुरुआत साल 1908 में महिला मजदूर आंदोलन से हुई थी. जो अमरीका के न्यूयॉर्क शहर में हुआ था. तकरीबन 15 हज़ार महिलाओं ने इसमें हिस्सा लिया था और बराबरी के अधिकार की मांग की थी. जिसमें काम करने के समय को कम करवाने, अच्छी तनख़्वाह और वोटिंग के अधिकार के मुद्दे खास थे. लगभग एक साल बाद, अमरीका की सोशलिस्ट पार्टी ने पहले राष्ट्रीय महिला दिवस मनाने की घोषणा की थी.
जिसके बाद महिला दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मनाने का विचार एक महिला क्लारा ज़ेटकिन ने दिया था. क्लारा उस वक़्त कोपेनहेगेन में कामकाजी महिलाओं की अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस में शिरकत कर रही थीं. कांफ्रेंस में उस समय लगभग 100 महिलाएं मौजूद थीं, जो 17 देशों से आई थीं.