राष्ट्रीय मिति फाल्गुन 26, शक संवत 1943, फाल्गुन शुक्ल, चतुर्दशी, बृहस्पतिवार, विक्रम संवत 2078। सौर चैत्र मास प्रविष्टे 04, शब्बान 13, हिजरी 1443 (मुस्लिम), तदनुसार अंग्रेजी तारीख 17 मार्च सन् 2022 ई॰।
सूर्य उत्तरायण, दक्षिण गोल, बसंत ऋतु। राहुकाल अपराह्न 01 बजकर 30 मिनट से 03 बजे तक। चतुर्दशी तिथि अपराह्न 01 बजकर 30 मिनट तक उपरांत पूर्णिमा तिथि का आरंभ।
पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र अर्धरात्रोत्तर 12 बजकर 34 मिनट तक उपरांत उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का आरंभ, शूल योग अर्धरात्रोत्तर 01 बजकर 07 मिनट तक उपरांत गण्ड योग का आरंभ।
वणिज करण अपराह्न 01 बजकर 30 मिनट तक, उपरांत बव करण का आरंभ। चंद्रमा अगले दिन प्रातः 06 बजकर 32 मिनट तक सिंह उपरांत कन्या राशि पर संचार करेगा।
आज के व्रत त्योहार : होलिका दहन, श्री सत्यनारायण व्रत, लक्ष्मी नारायण व्रत
सूर्योदय का समय 17 मार्च 2022 : सुबह 6 बजकर 29 मिनट पर।
सूर्यास्त का समय 17 मार्च 2022 : शाम 6 बजकर 30 मिनट पर।
आज का शुभ मुहूर्त 17 मार्च 2022 :
अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से 12 बजकर 54 मिनट तक। विजय मुहूर्त दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 18 मिनट तक रहेगा। निशीथ काल मध्यरात्रि 12 बजकर 5 मिनट से 12 बजकर 53 मिनट तक। गोधूलि बेला शाम 6 बजकर 18 मिनट से 6 बजकर 42 मिनट तक। अमृत काल शाम को 6 बजकर 7 मिनट से 7 बजकर 43 मिनट तक।
आज का अशुभ मुहूर्त 17 मार्च 2022 :
राहुकाल दोपहर 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक। सुबह 09 बजे से 10 बजकर 30 मिनट तक गुलिक काल रहेगा। सुबह 6 बजे से 7 बजकर 30 मिनट तक यमगंड रहेगा। दुर्मुहूर्त काल सुबह 10 बजकर 29 मिनट से 11 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। उसके बाद दोपहर में 3 बजकर 18 मिनट से 4 बजकर 6 मिनट तक। भद्रा काल दोपहर में 1 बजकर 29 मिनट से रात को 1 बजकर 12 मिनट तक।
आज के उपाय : आज तुलसी की जड़ में कच्चा दूध चढ़ाएं और केले के पेड़ की पूजा करें। भगवान विष्णु की पूजा करें।
(आचार्य कृष्णदत्त शर्मा)