हिंदू कैलेंडर में पंचांग एक जरूरी हिस्सा होता है. यह महीने की तीस तिथियों और पांच अंगों (वार, योग, तिथि, नक्षत्र और करण) से मिलकर बनता है. पंचांग का मुख्य उद्देश कालमापन या कालगणन का हैं. किसी भी मांगलिक कार्य, व्रत-उपवास, त्योहार आदि के लिये इसकी जरूरत पड़ती है. पंचांग पढ़कर कोई व्यक्ति यह तय कर सकता है कि आज का दिन किसी विशेष कार्य को शुरू करना है या नहीं. दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में हर प्रकार की जानकारी प्रदान करता है. आइये जानते हैं आज का पंचाग
वार: शुक्रवार
पक्ष: कृष्ण पक्ष
तिथि: त्रयोदशी - 08:39 एएम तक
नक्षत्र: कृत्तिका - 03:07 पीएम तक
योग: धृति - 01:23 एएम, जून 17 तक
करण: वणिज - 08:39 एएम तक
सूर्योदय: 05:23 एएम
सूर्यास्त: 07:21 पीएम
चन्द्रोदय: 04:18 एएम, जून 17
चन्द्रास्त: 05:52 पी एम
अशुभ मुहूर्त
दुष्टमुहूर्त: 08:11 एएम से 09:06 एएम तक, 12:50 पीएम से 01:46 पीएम
कुलिक: 08:10 एएम से 09:06 एएम तक
राहु काल: 10:37 एएम से 12:22 पीएम
कालवेला/अर्द्धयाम: 03:37 पीएम से 04:32 पीएम तक
यमघण्ट: 05:28 पीएम से 06:24 पीएम तक
यमगण्ड: 03:51 पीएम से 05:36 पीएम
गुलिक काल: 07:07:32 से 08:52:15 तक
शुभ मुहूर्त
अभिजित मुहूर्त: 11:54 एएम से 12:50 पीएम
ग्रेगोरियन कैलेंडर के हिसाब से किसी महीने में 31 और किसी महीने में 30 दिन होते हैं. अगर हम हिंदू कैलेंडर की बात करें तो उसके हिसाब से हर माह में 30 दिन ही होते हैं, जिन्हें तिथि कहा जाता है. ये तिथियां दो पक्षों में होती हैं. इनमें से एक पक्ष को शुक्ल और एक पक्ष को कृष्ण कहा जाता है. ये 15-15 दिन के होते हैं.