बेइज्जती का बदला लेने 3 लोगों को उतारा था मौत के घाट, आरोपियों की हुई गिरफ्तरी
दिल्ली। राजधानी दिल्ली में ट्रिपल मर्डर की खौफनाक वारदात को अंजाम देने वाले मुख्य आरोपी अमित महतो और उसके दो साथियों को पुलिस ने बिहार से गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले उनकी लोकेशन जयपुर में थी. लेकिन वे तीनों वहां से फरार हो गए थे. रविवार को दिल्ली पुलिस की टीम ने बिहार में दबिश देकर तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया. पश्चिमी दिल्ली के हरि नगर में एक दंपति और उनकी नौकरानी को बेरहमी के साथ कत्ल किया गया था. इस वारदात के बाद पुलिस ने सूबतों और हालात के आधार पर आरोपियों की पहचान कर ली थी. सभी आरोपी वारदात को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए थे. तभी पुलिस उनकी तलाश कर रही थी.
बीते रविवार को ट्रिपल मर्डर के करीब एक सप्ताह बाद पुलिसस ने मुख्य आरोपी और उसके दो अन्य साथियों को बिहार से गिरफ्तार किया. ये तीनों मुख्य आरोपी के एक रिश्तेदार के घर पर शरण लिए हुए थे. आरोपियों की पहचान 18 वर्षीय अमित महतो, 20 वर्षीय सौरभ और 19 साल के रमजान के तौर पर हुई है. पुलिस ने तीनों आरोपियों के कब्जे से 3.95 लाख रुपये नकद, तीन महंगी घड़ियां और चार महंगे मोबाइल फोन बरामद किए हैं. इसमें लूट के पैसे, आभूषण और अन्य सामान शामिल हैं. अब पुलिस पकड़े गए तीनों आरोपरियों से पूछताछ कर रही है.
पीटीआई के मुताबिक पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) घनश्याम बंसल ने बताया कि पुलिस तीनों फरार आरोपियों की गतिविधियों पर नजर रख रही है, जिनकी लोकेशन पहले जयपुर में पाई गई थी, लेकिन पुलिस टीम के जयपुर पहुंचने से पहले ही वे बिहार भाग निकलने में कामयाब हो गए थे. डीसीपी ने कहा कि पहले गिरफ्तार किए गए तीन आरोपियों से पूछताछ में ट्रिपल मर्डर और उनके फरार साथियों के संभावित ठिकाने का पता चला.
डीसीपी बंसल ने बताया कि व्यवस्थित और प्रभावी तकनीकी निगरानी के आधार पर यह पता चला कि तीनों आरोपी बिहार भाग गए हैं. इसके बाद पुलिस ने अपना जाल बिछाया और बिहार में वहां की स्थानीय पुलिस की मदद से छापेमारी की. जहां से मुख्य आरोपी अमित महतो और उसके साथी सौरभ और रमजान को गिरफ्तार कर लिया गया. पुलिस ने पहले इस मामले में तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिनकी पहचान 20 वर्षीय मनीष कुमार और 19 वर्षीय सचिन के तौर पर हुई थी. ये दोनों नजफगढ़, दिल्ली के रहने वाले हैं. जबकि उत्तम नगर निवासी 21 वर्षीय सुजीत को भी इस मामले में गिरफ्तार किया गया था.
डीसीपी ने बताया कि मुख्य आरोपी अमित महतो और उसकी प्रेमिका शालू आहूजा के सैलून में काम करते थे. लगभग 15 दिन पहले शालू आहूजा को उनके प्रेम संबंध के बारे में पता चल गया था. इसी वजह से शालू ने उन दोनों को काम से निकाल दिया था. यही नहीं समीर आहूजा ने भी अमित महतो और उसकी महबूबा को डांट लगाई थी. बस इसी के बाद उन दोनों ने इस बेइज्जती का बदला लेने का फैसला किया और फिर आहूजा दंपत्ति को खत्म करने की खौफनाक साजिश रच डाली. और फिर अपने साथियों के संग मिलकर इस वारदात को अंजाम तक पहुंचाया.