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उपचुनाव के दौरान टीएमसी और बीजेपी समर्थकों में झड़प, कार्यकर्ता का फूटा सिर

jantaserishta.com
21 Aug 2022 7:24 AM GMT
उपचुनाव के दौरान टीएमसी और बीजेपी समर्थकों में झड़प, कार्यकर्ता का फूटा सिर
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आसनसोल: नगर निगम के वार्ड नंबर छह के उपचुनाव के दौरान टीएमसी और बीजेपी समर्थकों में झड़प की सूचना है. आसनसोल निगम के मेयर विधान उपाध्याय इस वार्ड से तृणमूल के उम्मीदवार हैं. पुलिस सूत्रों के अनुसार रविवार को आसनसोल के जेके नगर मोड़ इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग 2 पर भाजपा विधायक लक्ष्मण घोडुई के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ता एकत्र हुए. उस समय तृणमूल नेता विनोद नुनिया के नेतृत्व में जोराफुल खेमे के कार्यकर्ताओं ने विरोध करना शुरू कर दिया और दोनों के बीच झड़प हो गयी. इस झड़प में बीजेपी कार्यकर्ता का सिर फूट गया है. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दोनों पक्षों को अलग करने का प्रयास किया.



बीजेपी का आरोप है कि उनके एक कार्यकर्ता बबलू पासवान का सिर फट गया है. घटना स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी है. दोनों पक्षों को हटाकर स्थिति पर काबू पाया गया. उस वक्त बीजेपी विधायक लक्ष्मण घोडुई ने पुलिस से कहा, 'पुलिस बीरभूम के गैंगस्टरों को पहरा दे रही है. वोट लूटने में मदद कर रहे हैं. पुलिस तृणमूल कांग्रेस की दलाली कर रही है. "
उपुचनाव के दौरान टीएमसी और बीजेपी समर्थक आपस में भिड़े
हालांकि तृणमूल नेता विनोद नुनिया ने दावा किया, "लक्ष्मण घोरडू दुर्गापुर से बाहरी लोगों को लेकर आये थे. पुलिस ने उन्हें हटाते हुए लाठीचार्ज किया. मैंने इसमें से कुछ नहीं किया. वह शराब पीकर गिर पड़ा और उसका सिर फट गया. दूसरी ओर, भाजपा की ओर से शिकायत की जा रही है कि सत्ताधारी पार्टी पांडवेश्वर, बीरभूम और बाराबनी से बाहरी लोगों को लाकर बूथ लूटने की कोशिश कर रही है. प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग दो पर जेके नगर जंक्शन पर विरोध प्रदर्शन किया. विरोध के लिए जब भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों की भीड़ उमड़ी तो पुलिस के साथ झड़प हो गई.
टीएमसी और बीजेपी ने परस्पर लगाया आरोप-प्रत्यारोप
उपचुनाव में अशांति के आरोपों को लेकर तृणमूल नेता जय प्रकाश मजूमदार ने कहा, "भाजपा जिस तरह प्रचार कर रही है और जिस तरीके से उसने अपना प्रचार किया है, उसमें अशांति से कैसे बचा जा सकता है?" बीजेपी बंगाल में अशांति पैदा करना चाहती है और पिछले दरवाजे से कुछ करना चाहती है. इसलिए वह कहते हैं, झंडा छोड़ो और डंडा ले लो. भाजपा के पास अशांति पैदा करने के अलावा कुछ नहीं बचा है. भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा, इस राज्य में केंद्रीय बलों या केंद्रीय चुनाव आयोग के बिना कोई भी मतदान शांतिपूर्ण नहीं हो सकता है. इसलिए मस्तान इस राज्य में वोट करते हैं. उसकी वजह से लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मस्तानी थोड़ी कम हुई. उनसे और कुछ भी उम्मीद नहीं की जा सकती है. हम इस व्यवस्था की निंदा करते हैं."
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