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हिजाब विवाद के बीच तिलक की एंट्री, कॉलेज में लगाकर आने वाले छात्र की एंट्री पर लगी रोक

jantaserishta.com
19 Feb 2022 4:27 AM GMT
हिजाब विवाद के बीच तिलक की एंट्री, कॉलेज में लगाकर आने वाले छात्र की एंट्री पर लगी रोक
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इंग्लिश लेक्चरर ने दिया इस्तीफा।

नई दिल्ली: कर्नाटक (Karnataka) में हिजाब विवाद के बीच एक और विद्रोह पैदा करने वाला मामला सामने आया है. दरअसल कर्नाटक में विजयपुरा (Vijaypura) के गवर्नमेंट डिग्री कॉलेज में उस समय विवाद हुआ जब माथे पर तिलक लगाने वाले एक छात्र को कैंपस में घुसने से रोक दिया गया. हाईकोर्ट (High Court) के अंतरिम आदेश का हवाला देते हुए एक लेक्चरर ने छात्र गंगाधर बडिगर को कॉलेज कैंपस में एंट्री करने से रोक दिया. इस घटना का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. बाद में बदिगर से जब संवाददाताओं ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि लेक्चरर ने कहा है कि वह तिलक मिटा दें.

बदिगर ने आगे कहा, तिलक लगाना हमारी संस्कृति का हिस्सा है. जिसके बाद एसपी (विजयपुरा) एचडी आनंद कुमार ने कहा कि यह एक मामूली मुद्दा था और कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई थी. गेट पर तैनात हमारे कर्मियों ने बीच-बचाव किया और मामले को बेहतर तरीके से सुलझा लिया.छात्र को कक्षाओं में जाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि उसे तिलक मिटाने के लिए कहा गया था या नहीं. उच्च न्यायालय के अंतरिम आदेश का हवाला देते हुए, एक लेक्चरर ने छात्र गंगाधर बडिगर को परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया.
'27 दिसंबर के बाद शुरू हुआ था विवाद'
बता दें कि कर्नाटक में हिजाब को लेकर विवाद पिछले महीने जनवरी में तब शुरू हुआ था, जब उडुपी के एक सरकारी कॉलेज की क्लास में 6 छात्राओं ने हिजाब पहनकर एंट्री ली थी. विवाद इस बात को लेकर था कि कॉलेज प्रशासन ने छात्राओं को हिजाब पहनने के लिए मना किया था, लेकिन वे फिर भी इसे पहनकर आई थीं. उस विवाद के बाद से ही दूसरे कॉलेजों में भी हिजाब को लेकर बवाल शुरू हो गया.
इंग्लिश लेक्चरर ने दिया इस्तीफा
इस मामले में उडुपी गवर्नमेंट कॉलेज के प्रिंसिपल रुद्र गौड़ा ने कहा था कि विवाद पिछले साल 27 दिसंबर के बाद शुरू हुआ और इसे भड़काने के पीछे कुछ छात्र संगठनों का हाथ है. उन्होंने यहां तक कहा कि अब देखकर लगता ही नहीं है कि वो छात्राएं उन्हीं के कॉलेज की हैं. प्रिंसिपल से पूछा गया कि 31 दिसंबर को क्या कुछ छात्राओं ने उनसे हिजाब पहनकर आने की इजाजत मांगी थी. इसपर प्रिंसिपल ने बताया कि हां ऐसा हुआ था और उन्होंने छात्राओं को बता दिया था कि उन्होंने उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी है और उनका जवाब ना आने तक बिना हिजाब के आना होगा.वहीं इसी बीच राज्य के प्राइवेट प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की एक अंग्रेजी लेक्चरर ने हिजाब के साथ क्लास में एंट्री नहीं मिलने पर कॉलेज प्रबंधन को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इस्तीफा देने वाली लेक्चरर का कहना है कि यह उनके स्वाभिमान की बात है. वो हिजाब के बिना नहीं पढ़ा सकतीं.
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