x
बड़ी खबर
सीधी। एमपी के सीधी में बाघ ने एक पूर्व महिला सरपंच पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। बाघ ने गले और पेट पर पंजों व दांतों से ऐसा हमला किया कि महिला ने 25 मिनट तक तड़पने के बाद दम तोड़ दिया। पूर्व सरपंच लकड़ी लेने गई थी, तभी वहां नाले से बाघ आया और जिसने उस पर जानलेवा हमला कर दिया। शनिवार को महिला के शव का पोस्टमॉर्टम कर अंतिम संस्कार किया गया। इधर इस घटना से गुस्साए ग्रामीणों ने जमकर हंगामा भी किया। मामला जनपद पंचायत मझौली की ग्राम पंचायत पोड़ी के ग्राम बड़काडोल का है। पूर्व महिला सरपंच गुड्डी बाई (45) पति रामाधार भुर्तियां शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे संजय टाइगर वन परिक्षेत्र दुबरी के बीट बड़काडोल में 5-6 ग्रामीणों के साथ लकड़ी लेने गई थी। तभी बाघ ने गुड्डी बाई पर अटैक कर दिया।
वहां मौजूद साथियों ने शोर मचाया, तो बाघ उसी नाले में चला गया। ग्रामीणों ने प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों का कहना था कि गांव में 14 दिसंबर को ओमकली सिंह पति बृजभान सिंह गोंड पर भी बाघ ने हमला किया था। उस हमले में ओमकली सिंह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। उसके बावजूद प्रशासन ने बाघ के हमले से ग्रामीणों को बचाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए। ग्रामीणों के हंगामे को देखकर सीधी जिले के मझौली, कुसमी, चुरहट और सीधी की पुलिस मौके पर पहुंच गई। बाघ के हमला करने के बाद घटनास्थल पर मौजूद लोग अपनी जान बचाते हुए वहां से दूर हो गए। इस दौरान गुड्डी बाई मौके पर गंभीर हालत में पड़ी रहीं। इस बीच बाघ ने दो बार गुड्डी बाई पर हमला करने की कोशिश की। लेकिन मौके से थोड़ी दूरी पर खड़े लोग शोर मचाकर बाघ को दूर करते रहे। करीब 25 मिनट बाद गुड्डी बाई की मौके पर ही मौत हो गई।
घटना के बाद काफी देर बाद तक वन व पुलिस विभाग के कर्मचारी मौके पर नहीं पहुंचे, इसलिए शव को वहां से उठाने में भी देर हुई। मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि बाघों का एक दल है। इस दल में लगभग 4 से 6 बाघ व बाघिन हैं। यह दल समूह में जंगल से लगे गांवों की तरफ महीनों से घूम रहा है। यह पालतू जानवरों के साथ-साथ इंसानों को भी अपना निशाना बना रहे हैं। बीते कुछ दिनों से जंगली जानवरों का हमला इंसानों के ऊपर बढ़ गया है। हाल ही में 14 दिसम्बर को बड़काडोल निवासी ओमकली सिंह पति बृजभान सिंह गोंड पर बाघ ने हमला कर दिया था। बाघ के हमले से महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी। एक महीने के अन्दर ही बाघ ने फिर से एक महिला पर हमला कर दिया। इस हमले के बाद से बड़काडोल गांव के लोगों के साथ नजदीकी गांवों के ग्रामीण भी दहशत में हैं। मृतक के पति रामाधार भुर्तिया ने कहा कि मैं कुछ काम से मझौली गया था। मुझे जानकारी मिली कि पत्नी के ऊपर बाघ ने हमला कर दिया है।
मैं गांव वापस लौटकर आया, तब तक पत्नी की मौत हो चुकी थी। गांव के लोग दहशत में हैं। बाघ के हमलों की वजह से वे जंगल नहीं जाना चाहते। हमारी जमीन जंगल में है, इसलिए हमें जाना ही पड़ेगा। प्रशासन को चाहिए कि बाघ व जंगली जानवरों का मूवमेंट हो तो वह सूचना दें। बांकेलाल भुर्तिया (चश्मदीद) ने कहा कि हम लोग 5-6 की संख्या में लकड़ी लेने आए थे, लेकिन देखते ही देखते गुड्डी बाई के ऊपर बाघ ने हमला कर दिया। हम लोगों ने बाघ को वहां से भगाने के लिए शोर मचाया, तो बाघ भाग गया। लेकिन इस हमले में गुड्डी बाई की कुछ ही कुछ ही मिनटों में मौत हो गई। ग्रामीणों के हंगामे के बाद पुलिस के साथ वन विभाग सीधी संजय टाइगर रिजर्व के सहायक संचालक राहुल रघुवंशी भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाइश देते हुए कहा कि कोई भी समस्या हो तो आप मेरा नंबर लेकर मुझसे संपर्क कर सकते हैं। कोई भी चौकीदार व कर्मचारी आपको समय पर सूचना नहीं दे, तो उसकी शिकायत आप कर सकते हैं। हम उस पर कार्रवाई करेंगे।
Next Story