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टिकट बिक्री का मामला: 67 लाख देने के बाद भी नहीं मिला टिकट तो बिलखकर रोया ये नेता, देखें वीडियो
jantaserishta.com
14 Jan 2022 11:32 AM GMT
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मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव (UP Assembly Election) के लिए जहां एक ओर भाजपा में विधायक और मंत्रियों के इस्तीफे देने का सिलसिला जारी है तो वहीं बहुजन समाज पार्टी (BSP) की हालत भी कुछ ज्यादा ठीक नहीं लग रही, क्योंकि बसपा टिकट की बिक्री का मामला थाने पहुंच गया है.
मामला मुजफ्फरनगर के थाना नगर कोतवाली क्षेत्र का है, जहां चरथावल विधान सभा क्षेत्र के बसपा प्रभारी अरशद राणा गुरुवार की देर शाम थाना नगर कोतवाली पहुंच गए और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आनंद देव मिश्र को शिकायत देते हुए फूट-फूट कर रोने लगे.
अरशद राणा का कहना है, '18 दिसंबर 2018 को जिला कार्यालय मुजफ्फरनगर पर जनपद के विधान सभा सीटों के प्रभारी नियुक्त होने थे. इससे एक-दो दिन पहले बसपा के पश्चिमी उत्तर प्रदेश प्रभारी शमशुद्दीन राईन ने कहा कि तुमको चरथावल विधानसभा सीट पर प्रत्याशी नियुक्त करेंगे. इसके लिए तुम्हे कुछ रुपये देने होंगे, जिसके लिए मैं तैयार हो गया था.'
अरशद राणा का आरोप है कि इसके बाद तय तारीख को पार्टी कार्यालय पर सहारनपुर मंडल के मुख्य कॉर्डिनेटर नरेश गौतम, पूर्व मंत्री प्रेमचंद गौतम, सत्यप्रकाश, कार्डिनेटर एवं तत्कालीन जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर सतपाल कटारिया आदि की मौजूदगी में बसपा पार्टी के मंच पर साल 2022 का विधान सभा चुनाव लड़ाने के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिया गया. इसके साथ ही पूरा-पूरा आश्वासन दिया गया था कि अपने क्षेत्र में जाकर अपना काम करो.
#WATCH उत्तर प्रदेश: BSP कार्यकर्ता अरशद राणा यह दावा करते हुए फूट-फूट कर रोने लगे कि आगामी चुनावों के लिए पार्टी की तरफ़ से उन्हें टिकट देने का वादा किया गया था। लेकिन उन्हें अंतिम समय में टिकट से वंचित कर दिया गया। (13.01) pic.twitter.com/HXYBsNG359
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 14, 2022
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