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तीन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को बनाया गया निशाना, पथराव से हड़कंप
jantaserishta.com
4 March 2024 12:16 PM GMT
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सांकेतिक तस्वीर
अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बेंगलुरु: एक ही दिन में तीन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों पर पथराव का मामला सामने आया है। ये घटनाएं रविवार को उस वक्त हुईं, जब ट्रेनें बेंगलुरु में दक्षिण-पश्चिमी रेलवे जोन से गुजर रही थीं। गनीमत यह रही कि इन हमलों में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। हालांकि, रेलगाड़ियों के शीशे जरूर टूट गए। रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स के इंस्पेक्टर जनरल राम शंकर प्रसाद सिंह ने इसे लेकर न्यू इंडियन एक्सप्रेस को अधिक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पुलिस ऑफिसर ने कहा, 'दुभाग्यपूर्ण घटना में एक ही दिन के भीतर 3 वंदे भारत ट्रेनों को पत्थर मारे जाने का मामला सामने आया है। हमारी टीमें वारदात की अलग-अलग जगहों पर पहुंचीं और जांच शुरू कर दी है। इनमें से 2 घटनाएं बेंगलुरु रेलवे डिविजन के तहत हुई हैं।' पथराव की पहली घटना सुबह 6.15 बजे हुई जब केएसआर बेंगलुरु-धारवाड़ वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 20661) चिक्काबनवारा रेलवे स्टेशन से आगे गुजरी। इस बीच, उपद्रवियों ने कोच C-6 की खिड़की पर 40, 41 और 42 नंबर की सीटों की ओर पत्थर मारे।
दूसरी घटना दोपहर करीब 3.20 बजे हुई, जब धारवाड़-केएसआर बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 20662) वापसी पर थी। इस दौरान मैसूरु डिवीजन में हावेरी और हरिहर रेलवे स्टेशनों के बीच कोच C-5 की खिड़की के शीशे पर पत्थर फेंके गए। इसके अलावा, तीसरी घटना शाम 4.30 बजे बेंगलुरु डिवीजन के कुप्पम स्टेशन से करीब 200 मीटर पहले मैसूर-MGR सेंट्रल वंदे भारत ट्रेन पर हुई। इंजन के दाहिनी ओर से किसी ने C-4 कोच में पथराव कर दिया, जहां सीटें 40, 41 और 42 स्थित हैं। इस हमले में खिड़की के शीशे टूट गए। इसे लेकर धारा 147 (रेलवे ट्रैक पर अतिक्रमण) और धारा 153 (जानबूझकर रेलवे यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालना) के तहत मामले दर्ज हुए हैं।
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