हरियाणा। हरियाणा में आज से पटवारी और कानूनगो तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं। दी रेवेन्यू पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन हरियाणा ने 3 से 5 जनवरी तक हड़ताल का आह्वान किया है। पटवारी-कानूनगो इन दिनों में भूमि रिकॉर्ड से जुड़ा कोई काम नहीं करेंगे। बल्कि धरने पर बैठकर मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। …
हरियाणा। हरियाणा में आज से पटवारी और कानूनगो तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं। दी रेवेन्यू पटवार एवं कानूनगो एसोसिएशन हरियाणा ने 3 से 5 जनवरी तक हड़ताल का आह्वान किया है। पटवारी-कानूनगो इन दिनों में भूमि रिकॉर्ड से जुड़ा कोई काम नहीं करेंगे। बल्कि धरने पर बैठकर मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे। हड़ताल के कारण जमीन पैमाइश, भूमि रिकार्ड, फसलों की वैरिफिकेशन आदि कार्य भी नहीं हो पाएंगे। लोगों को इससे परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
रोहतक में अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे स्टेट ऑडिटर हरीश कुमार व कानूनगो लाभ सिंह ने बताया कि जनवरी माह में अपनी वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर धरने पर बैठे थे इसके बाद मुख्यमंत्री ने उनकी मांग को मानते हुए वेतन में बढ़ोतरी की बात कही थी लेकिन उसके बाद फाइनेंस डिपार्टमेंट की तरफ से वेतन बढ़ोतरी में कुछ कमियां छोड़ दी गई जिसके कारण 70% के करीब पटवारी को इसका लाभ नहीं मिला वही कानूनगो लाभ सिंह ने कहा कि हरियाणा में पटवारीयो की कमी के चलते भी समय पर काम नहीं हो पाते । सरकार नए पटवारी की भर्ती भी नहीं कर रही सिरसा जिला की अगर बात करें तो सिरसा जिला के 325 गांव के लिए केवल 69 पटवारी ही काम कर रहे हैं लाभ सिंह ने कहा कि यदि जल्द ही सरकार ने उनकी यह मांगे नहीं मानी तो 3 दिन की सांकेतिक हड़ताल के बाद स्टेट बॉडी के कहने पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी ।
उधर, अंबाला में सरकार की वायदा खिलाफी से खफा हो अंबाला में भी पटवारियों ने धरना प्रदर्शन किया व कामकाज ठप्प रखा. जिससे लोगों को आज फिर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पे स्केल को लेकर पटवारियों ने 3 दिन का सांकेतिक धरना शुरू किया है। वहां हरियाणा के पटवारी तीन दिवसीय हड़ताल पर पे-स्केल बढ़ाने की कर रहे मांग,कैथल में भी पटवारी हड़ताल पर बैठे। उनकी मांग है कि जो हमारी पहले डिमांड थी उसे सरकार ने मान भी ली थी, माने के बाद भी सरकार ने उसको 2016 से लागू कर दिया और फिर दुबारा उसी लेटर को उन्होंने 2023 से लागू कर दिया। उनकी मुख्य मांग है कि उसको 2016 से लागू करे। ताकि उसका फायदा मिले।
चरखी दादरी में लघु सचिवालय परिसर में पटवारियों व कानूनगो ने तीन दिन की हड़ताल के पहले दिन धरना देते हुए रोष प्रदर्शन किया। वेतन विसंगतियों को दूर नहीं किए जाने पर रोष प्रदर्शन करते हुए पटवारियों ने कहा कि इस दौरान उनकी मांग नहीं मांगी तो स्टेट कार्यकारिणी दोबारा से बैठक करेगी और उसके बाद वे आगामी निर्णय लेंगे। कर्मचारियों ने बताया कि 4 जनवरी 2023 को सीएम के साथ एसोसिएशन पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई थी। जिसमें राजस्व पटवारी का वेतनमान 25 हजार 500 से बढ़ाने पर सहमति बनी थी जिसके बाद एसोसिशन ने आंदोलन को समाप्त कर दिया था। जिसके बाद 24 जनवरी 2023 को वेतन को बढ़ाकर 32 हजार 100 रुपये कर दिया था। उन्होंने कहा कि बढ़ा हुआ वेतन एक जनवरी 2016 से लागू किया जाना था लेकिन उसे साल 2023 से लागू किया जा रहा है जो गलत है। उन्होंने कहा कि उन्हें बढे वेतन का लाभ आश्वासन के अनुसार साल 2016 से प्रदान किया जाया।
एसोसिएशन के प्रधान रणबीर सांगवान व एसकेएस प्रधान कृष्ण ऊण ने संयुक्त रूप से कहा कि बार-बार सरकार को मांगे पूरी करने बारे अवगत करवाया। बावजूद इसके समाधान नहीं हाेने पर मजबूर होकर हड़ताल करने का निर्णय लिया। सरकार तीन दिन के दौरान उनकी मांगे पूरी नहीं करती तो वे हड़ताल को अनिश्चितकालीन करेंगे।