पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को जान से मारने की धमकी दी गई है। इस मामले में पुलिस ने गुरपतवंत सिंह पन्नू नाम के एक शख्स के खिलाफ केस दर्ज किया है। गुरपतवंत सिंह पन्नू के बारे में बताया जा रहा है कि सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का प्रमुख है और खालिस्तान समर्थक है। जानकारी के मुताबिक एसएफजे के फेसबुक पेज पर 28 अगस्त को एक वीडियो पोस्ट किया गया था और दावा किया जा रहा है कि इसी वीडियो के जरिये सीएम को धमकी दी गई थी। जिसके बाद मंगलवार को गुरपतवंत पन्नू के खिलाफ केस दर्ज किया गया। पिछले महीने हिमाचल प्रदेश पुलिस ने गुरपतवंत पन्नू के खिलाफ राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की हत्या करने की धमकी देने के संबंध में केस दर्ज किया था। पंजाब के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि इस वीडियो के जरिए मुख्यमंत्री के खिलाफ एक आपराधिक साजिश रचे जाने की आशंका है। इसमें उन्हें गोली से निशाना बनाते दिखाया गया है। इस पूरी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए आगे की जांच की जा रही है। इस मामले में पन्नू के अलावा उसके सहयोगी और एसएफजे के सदस्यों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।
डीजीपी ने कहा कि पन्नू हिंसावादी सोच और सीएम को जान से मारने की धमकी देने में शामिल था। इधर इस पूरे मामले में सीएम कार्यालय ने भी आधिकारिक बयान जारी कर पन्नू को चेतावनी दी है कि वो राज्य की शांति व्यवस्था को भंग करने की कोई भी कोशिश ना करे। सीएम कार्यालय की तरफ से कहा गया है कि एसएफजे की तरफ से अगर किसी भी तरह की कोई कार्रवाई की गई जिससे की पंजाब की शांति व्यवस्था को क्षति पहुंचती है तो इसपर सरकार पूरी ताकत के साथ कार्रवाई करेगी। मुख्यमंत्री की तऱफ से कहा गया है कि किसी को भी पंजाब की शांति व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की इजाजत नहीं है। कोई भी लोगों को आतंकवाद के रास्ते पर ना ले जाए, जिसमें पहले ही हजारों लोगों की जान जा चुकी है। सीएम की तरफ से कहा गया है कि गुरुओं की यह धरती हमेशा से ही शांति और मानवता के सिद्धांत पर चली है।