पश्चिम बंगाल। मकर संक्रांति से पहले गंगासागर, दक्षिण 24 परगना में भारी संख्या में तीर्थयात्री पहुंच रहे हैं। एक श्रद्धालु ने कहा, "मैं यहां कई बार आ चुका हूं। मुझे यहां का रहन-सहन बहुत अच्छा लगता है। हमें यहां अच्छी सुविधा भी मिलती है।"
वही प्रयागराज में आज से माघ मेले की शुरुआत हो गई है. श्रद्धालुओं ने पौष पूर्णिमा के अवसर पर गंगा-यमुना और सरस्वती के त्रिवेणी संगम पर डुबकी लगाई. सर्दी और कोहरे पर श्रद्धालुओं की आस्था भारी पड़ रही है. पूर्णिमा का स्नान सुबह से ही शुरू हो गया है. पौष पूर्णिमा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर अपने लिए मोक्ष की कामना करते हैं. माघ मेला हिंदू धर्म का सबसे बड़ा मेला है, जिसकी विशेषता 'कल्पवास' है. श्रद्धालु यहां एक महीने तक रहकर स्नान, दान, जप, सत्संग करते हैं. इसके लिए गंगा किनारे अस्थायी टेंट बनाए गए हैं.
माघ मेला के अलावा पश्चिम बंगाल के गंगासागर मेले में भी भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं. मकर संक्रांति से पहले लगने वाले इस मेले में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. यहां पहुंचे श्रद्धालुओं ने बताया कि वो दूसरे राज्यों से आए हैं. मेला में व्यवस्थाएं अच्छी हैं. हमें यहां कोई दिक्कत नहीं हुई है.
माघ मेले में जहां अस्थायी टेंट बनाए गए हैं, वो पूरा क्षेत्र लाइट से जगमगाता रहेगा. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने भी मेले की तैयारियों का जायजा लिया था. उन्होंने बताया कि कल्पवासियों के निवास के लिए पूरी व्यवस्था की गई है. माघ मेले में सुरक्षा को देखते हुए यूपी सरकार ने ड्रोन से निगरानी की सुविधा की है. इसके साथ ही पुलिसकर्मी पूरे मेला क्षेत्र में एक्टिव और सतर्क रहेंगे. इस पूरे मेला क्षेत्र में 14 पुलिस थाने और 38 पुलिस चौकी बनाई गई हैं.