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सेक्स वर्कर्स को मुफ्त बांटने भेजे गए थे हजारों कंडोम, फिर जो हुआ...
jantaserishta.com
24 March 2022 11:03 AM GMT
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देश में एड्स जैसी जानलेवा बीमारी को खत्म करने के लिए नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (NACO) के जरिए भारत सरकार लगातार कोशिशें कर रही हैं.
पीलीभीत: देश में एड्स जैसी जानलेवा बीमारी को खत्म करने के लिए नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (NACO) के जरिए भारत सरकार लगातार कोशिशें कर रही हैं लेकिन देश के कुछ एनजीओ सरकार के इस मिशन को ही पलीता लगाने में जुटे हैं.
बीते दिनों उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में सेक्स वर्कर, ड्रग एडिक्ट और बाइसेक्सुअल लोग में मुफ्त वितरित के लिए भेजे गए हजारों कंडोम तीन दिन तक कूड़े के ढेर में पड़ा हुआ मिला था, जिसकी जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. वहां से बड़े और बच्चे इसे उठा कर ले जा रहे थे. इन कंडोम को नष्ट नही किया गया था.
सीएमओ ने जब लखीमपुर के एक एनजीओ जेएन बालकुंज में छापा मारा तो वहां मिले सैंपल और कूड़े के ढेर में पाए गए कंडोम एक ही बैच का निकला जिससे ये पता चल गया कि इसी एनजीओ ने ऐसे लोगों को कंडोम बांटने की जगह उन्हें फेंक दिया था. हालांकि एनजीओ ने इसके लिए वॉलिंटियर पर दोष मढ़ दिया.
दरअसल बीते दिनों पीलीभीत में कूड़े के ढेर में हजारों कंडोम के पैकेट फेंके हुए मिले थे जो भारत सरकार की एक संस्था की तरफ से भेजा गया था. कूड़े में कंडोम मिलने के बाद जिले के सीएमओ डॉ. आलोक कुमार शर्मा ने एक एनजीओ में छापा मारा तो सारी सच्चाई सामने आ गई. कूड़े के ढेर में फेंके गए हजारों कंडोम इसी एनजीओ को भारत सरकार की संस्था नेशनल एड्स कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (NACO) द्वारा भेजा गया था.
पीलीभीत के नखासा मोहल्ले में हजारों कंडोम जो कूड़े के ढेर में पड़े पाये गए थे वो राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (नाको) द्वारा लखीमपुर के एनजीओ जेएन बालकुंज को भेजा गया गया था. छापेमारी के दौरान अधिकारियों को एनजीओ के कुछ रिकार्ड गायब तो कुछ अधूरे मिले.
सीएमओ ने एनजीओ कार्यालय में मिले सैंपल को भी जब्त कर लिया. बुधवार को सीएमओ ने एनजीओ चलाने वाले लोगों को अपने दफ्तर बुलाकर भी उनसे पूछताछ की. अब इस मामले की रिपोर्ट नाको को भेजी जाएगी और एनजीओ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी होगी.
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