![IPL जल्दी छोड़ने वालों को मिले कड़ी सजा, बोर्ड की भी काटी जाए कमीशन; सुनील गावस्कर ने BCCI से की गुजारिश IPL जल्दी छोड़ने वालों को मिले कड़ी सजा, बोर्ड की भी काटी जाए कमीशन; सुनील गावस्कर ने BCCI से की गुजारिश](https://jantaserishta.com/h-upload/2024/05/12/3722340-untitled-5-copy.webp)
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सुनील गावस्कर : सुनील गावस्कर ने BCCI से गुजारिश की कि आईपीएल जल्दी छोड़ने वालों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए और बोर्ड की भी कमीशन काट देनी चाहिए। इंग्लैंड के खिलाड़ी जल्दी आईपीएल से जाने वाले हैं।
T20 World Cup 2024 के लिए जैसे ही इंग्लैंड की टीम का ऐलान हुआ, वैसे ही इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड यानी ईसीबी ने इस बात की घोषणा कर दी कि जो खिलाड़ी टीम में चुने गए हैं, वे आईपीएल 2024 के प्लेऑफ्स के मैचों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे। बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि 22 मई से पाकिस्तान के खिलाफ शुरू होने वाली टी20 सीरीज के लिए नेशनल ड्यूटी पर होने चाहिए। इंग्लैंड टीम के मैनेजिंग डायरेक्टर रॉब की ने कहा है कि कप्तान जोस बटलर चाहते हैं कि खिलाड़ी आईपीएल 2024 प्लेऑफ्स से अपना नाम वापस ले लें। इस फैसले से सुनील गावस्कर नाखुश हैं। उन्होंने कहा है कि बीसीसीआई को इस पर ऐक्शन लेना चाहिए या सैलरी काट लेनी चाहिए।
भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ईसीबी के इस फैसले से गुस्से में हैं और उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई से अपनी नेशनल ड्यूटी के लिए टूर्नामेंट छोड़ने वाले विदेशी खिलाड़ियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया है। इंग्लैंड की ओर से जैसे ही खिलाड़ियों को वापस बुलाने की बात कही गई तो बीसीसीआई ने ईसीबी के साथ बातचीत शुरू कर दी थी। हालांकि, अभी तक कोई सटीक जवाब सामने नहीं आया है। 21 मई से प्लेऑफ्स के मैच खेले जाएंगे और उसमें इंग्लैंड के खिलाड़ी हिस्सा नहीं होंगे, जिनमें कप्तान बटलर भी शामिल हैं। सुनील गावस्कर ने मिड-डे को लिखे अपने कॉलम में कहा है कि फ्रेंचाइजी और बीसीसीआई को कड़े कदम इस तरह के फैसलों के खिलाफ उठाने चाहिए। उन्होंने लिखा, "मैं किसी भी चीज से पहले देश चुनने वाले खिलाड़ियों के पक्ष में हूं, लेकिन विभिन्न फ्रेंचाइजियों को पूरे सीजन के लिए उनकी उपलब्धता के बारे में आश्वासन दिया गया है, अगर वे अब हटते हैं, तो यह फ्रेंचाइजियों को निराश करेगा, जिनको शायद एक आईपीएल सीजन खेलने में अधिक पैसे अपने देश के लिए एक सीजन खेलने से मिलते हैं। ऐसे में फ्रेंचाइजी को ना केवल उस खिलाड़ी की फीस से एक बड़ी राशि काटनी चाहिए, बल्कि उस बोर्ड का भी 10 फीसदी (20 फीसदी कमीशन बोर्ड को मिलता है) कमीशन काट देना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा, "यदि बोर्ड अपने आश्वासन से पीछे हट गया है तो उन्हें भी दंडित करने की आवश्यकता है। वैसे बोर्ड को ये 10 फीसदी कमीशन सिर्फ आईपीएल में ही होता है, कहीं और नहीं। ना ऑस्ट्रेलियाई बिग बैश लीग में, ना ईसीबी के द हंड्रेड लीग में, ना कैरेबियन प्रीमियर लीग में, ना ही दुनिया में कहीं और किसी अन्य टी20 लीग में। क्या बीसीसीआई को उसकी उदारता के लिए कोई फायदा मिलता है? बिल्कुल नहीं।" कई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि अगर कोई विदेशी खिलाड़ी 10 करोड़ में खरीदा जाता है तो सालाना 20 फीसदी यानी 2 करोड़ रुपये उसके बोर्ड को कमीशन के तौर पर आईपीएल के सेंट्रल रेवेन्यू से जाते हैं। हालांकि, गावस्कर ने 10 फीसदी का जिक्र किया है।
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