सेंट्रल जेल में है ये कुख्यात अपराधी, पुलिस ने किया 20 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा
गुजरात। गुजरात के सूरत शहर में सज्जू कोठारी का नाम अपराध की दुनिया में दो दशक से भी ज्यादा पुराना है. सज्जू कोठारी ऑर्गेनाइज क्राइम को अंजाम देता है. इसके गुर्गे उसके इशारों पर हत्या, हत्या की कोशिश, मारपीट, अवैध रूप से किसी भी प्रॉपर्टी पर कब्जा करना, फिरौती वसूलना जैसे अपराधों को अंजाम देते हैं. पुलिस अब इसके करीब 20 करोड़ रुपये की संपत्ति का खुलासा किया है. सूरत शहर का यह कुख्यात अपराधी फिलहाल सूरत की लाजपोर सेंट्रल जेल में है. इस दौरान सूरत पुलिस ने कोठारी के पिछले 10 वर्षों के भीतर जमा की गई करीब 20 करोड़ की अवैध संपत्ति की पहचान की है, जिसे जब्त करने के लिए अब पुलिस कोर्ट का सहारा लेगी.
सूरत शहर के नानपुरा इलाके में रहने वाला पेशेवर अपराधी सज्जू कोठारी गुजरात का पहला ऐसा अपराधी है जिसके खिलाफ गुज़सीटॉक कानून के तहत 2 मामले दर्ज हुए हैं. गुजरात सरकार ने आतंकवाद और ऑर्गेनाइज क्राइम को कंट्रोल करने के लिए गुजसीटॉक नामक कानून बनाया था.
इस कानून के तहत पकड़े जाने वाले अपराधी को जल्दी कोर्ट से जमानत नहीं मिलती है. सूरत पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने ऑर्गेनाइज क्राइम करने वाले अनेक गैंग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का एक अभियान चलाया था जिसके तहत सूरत के कई अपराधी जेल की हवा खा रहे हैं.
इन्हीं अपराधियों में से एक सज्जू कोठारी भी है जो गुज़सीटॉक मामले में एक बार जमानत मिलने के बाद फिर से अपराध को अंजाम देने लगा था. पुलिस ने उसके खिलाफ फिर से कई मामले दर्ज किए थे.गुजरात के इतिहास में दूसरी बार किसी अपराधी के खिलाफ गुजसीटॉक क़ानून का इस्तेमाल किया गया था. सज्जू कोठारी पुलिस से बचने के लिए लगातार भागता फिर रहा था, इस बीच पुलिस को खबर मिली थी कि वह अपने घर में ही बनाए गए बंकर में छिपा हुआ है.
सूरत क्राइम ब्रांच की टीम ने घेराबंदी करके उसे घर के बंकर से खोज निकाला था और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. अपराध की दुनिया में नाम बना चुके सज्जू कोठारी से शहर के बिल्डर से लेकर व्यापारी तक दहलते हैं. इस गैंग में काम करने वाले गुर्गे इतने शातिर हैं कि किसी पर भी कभी भी हमला कर देते हैं.