भारत

ये तो घोर लापरवाही है...दूसरी महिला का शव दे दिया, परिजन भड़के

jantaserishta.com
6 Oct 2024 7:05 AM GMT
ये तो घोर लापरवाही है...दूसरी महिला का शव दे दिया, परिजन भड़के
x
कर्मचारियों पर नाराजगी जताई.
कानपुर: यूपी में कानपुर (Kanpur) के पोस्टमार्टम हाउस (postmortem house) में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां पोस्टमार्टम के बाद एक महिला के परिजन शव लेकर निकले थे. रास्ते में जब चेहरा खोलकर देखा तो वे सन्न रह गए. उन्होंने देखा कि ये कोई और महिला है. दरअसल, पोस्टमार्टम कर्मचारियों की लापरवाही से शव बदल गया था. इसके बाद परिजन वापस लौटे और शव बदलकर ले गए.
परिजनों का कहना था कि वे समय पर अगर शव का चेहरा न देखते तो मुस्लिम महिला के शव का गंगा घाट पर अंतिम संस्कार हो जाता और हिंदू महिला का शव कब्रिस्तान में दफना दिया जाता.
दरअसल, फतेहपुर में गाजीपुर के रहने वाले मनोज त्रिवेदी की पत्नी अनीता अपने घर में गिर गई थीं, उनके सिर में गंभीर चोट थी. कानपुर के हैलट अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. इसके बाद शव का पोस्टमार्टम किया गया और बॉडी परिजनों को सौंप दी गई. परिजन शव लेकर फतेहपुर के लिए एंबुलेंस से निकले.
एक किलोमीटर तक चले होंगे. इस दौरान घर वालों को शव कुछ ज्यादा भारी लगा तो उन्होंने चेहरा खोलकर देखा तो हैरान रह गए. अनीता की जगह उनको किसी दूसरी महिला की बॉडी दे दी गई थी. परिजन तुरंत वापस पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे. उन्होंने कर्मचारियों पर नाराजगी जताई. इसके बाद पोस्टमार्टम हाउस में पता चला कि उनको अनीता की जगह रेशमा नाम की महिला का शव दे दिया गया था. इसके बाद अनीता का शव परिजनों को सौंपा गया.
इस मामले में पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों का कहना था कि दोनों बॉडी एक साथ रखी थीं. परिजन गलती से दूसरी बॉडी उठा ले गए, जबकि अनीता के पति मनोज का कहना था कि कर्मचारियों ने खुद अनाउंस किया था कि अनीता का पोस्टमार्टम हो गया है, बॉडी ले जाइए. गलती से हमें दूसरी बॉडी दे दी.
रेशमा कानपुर देहात के रसूलाबाद की रहने वाली थीं. वह हैलट में भर्ती थीं. उनकी मौत गुरुवार को हुई थीं. दोनों शवों का पंचनामा स्वरूप नगर थाने की पुलिस ने ही कराया था. पोस्टमार्टम भी इसी थाने की पुलिस द्वारा कराया गया और बॉडी परिजनों को इसी थाने की पुलिस द्वारा सौंपी गई.
इस मामले में कानपुर के सीएमओ आलोक रंजन का कहना है कि पोस्टमार्टम पुलिस ही कराने को लाती है. पोस्टमार्टम के बाद बॉडी पुलिस को ही दी जाती है तो ऐसे में संभव नहीं कि पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारियों द्वारा ही चूक हुई हो, फिर भी हम देखेंगे.
Next Story