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नेल्लूर: आंध्र प्रदेश के नेल्लूर में चोरों ने अदालत को निशाना बनाया। खबर है कि इस दौरान चोरों ने कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक सामान पर हाथ साफ किया। कहा जा रहा है कि चोरी हुए दस्तावेजों में एक मंत्री से जुड़े हाई-प्रोफाइल मामले की जानकारी में शामिल है। फिलहाल, पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी है।
द न्यूज मिनट में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, चोरों ने बुधवार को नेल्लूर में चौथे अतिरिक न्यायिक मजिस्ट्रेट कोर्ट मेंसेथ लगाई थी। स्टाफ को घटना के बारे में 14 अप्रैल यानि गुरुवार को जानकारी लगी। पुलिस को कोर्ट के बाहर स्थित एक पुलिया पर एक बैग मिला है, जिसमें चोरी हुआ कुछ सामान मौजूद था। हालांकि, इनमें से कई दस्तावेज गायब थे।
विपक्षी दल तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अनुसार, चोरी हुए दस्तावेज YSRCP नेता ककानी गोवर्धन रेड्डी के खिलाफ दर्ज जालसाजी के मामले से जुड़े थे। पार्टी का कहना है कि यह मामला उनके नेता सोमीरेड्डी चंद्रमोहन रेड्डी की ओर से दर्ज कराया गया था। खास बात है कि रेड्डी इस सप्ताह ही मंत्री बने हैं।
दिसंबर 2017 में सर्वेपल्ली विधायक ककानी ने आरोप लगाए थे कि सोमीरोड्डी की विदेशों में हजारों करोड़ रुपये की संपत्तियां हैं। उन्होंने संपत्ति के दस्तावेज बताते हुए कुछ कागजात भी मीडिया में जारी किए थे। इसके बाद सोमीरेड्डी ने नेल्लूर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी कि ककानी ने दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा किया था। साथ ही उन्होंने पूर्व मंत्री के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
उन्होंने ककानी के खिलाफ कोर्ट में मानहानि का मामला भी दर्ज कराया था। रिपोर्ट के मुताबिक, बाद में यह खुलासा हुआ कि ककानी की तरफ से दिखाए गए दस्तावेज फर्जी थे और उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई।
टीडीपी नेता पैयावुला केशव ने शुक्रवार को चोरी के मामले में स्वत: संज्ञान जांच की मांग की है। उनका कहना है कि ककानी जालसाजी के मामले में मुख्य आरोपी था। टीडीपी नेता ने कहा कि सभी बता सकते हैं कि ककानी के खिलाफ चार्जशीट में सबूत के तौर पर दिखाए गए दस्तावेजों के चोरी होने से किसे फायदा हो सकता है।
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