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न्यूज़ क्रेडिट: हिंदुस्तान | DEMO PIC
हल्द्वानी: किसी के मरने पर दुश्मन भी आखिरी विदाई देने आते हैं, लेकिन हल्द्वानी में बुधवार को ऐसा मामला सामने आया, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया। एक बुजुर्ग की मौत होने पर उसके परिजनों ने अंतिम संस्कार करना तो दूर शव ले जाने तक से इनकार कर दिया। ऐसे में एक चाय वाले बुजुर्ग ने आगे आकर मृतक का अंतिम संस्कार किया।
हर किसी की जुबान पर चर्चा थी कि ऐसी क्या मजबूरी रही होगी जो घरवालों ने आने तक से इनकार कर दिया। कुछ लोग परिवार की गरीबी को कारण बता रहे थे तो कुछ परिजनों पर टिप्पणी कर रहे थे।
हल्द्वानी कोतवाली पुलिस के अनुसार वनभूलपुरा वार्ड-22 निवासी सुनील कुमार जौहरी (60) मूल रूप से यूपी के बरेली निवासी थे। वह पिछले करीब 20 साल से हल्द्वानी में रहकर चाय विक्रेता शमीम की दुकान पर काम कर रहे थे। बीते 22 अगस्त को कुछ अज्ञात लोगों ने 108 एंबुलेंस सेवा से सुनील को गंभीर हालत में बेस अस्पताल पहुंचाया था। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। इसके बाद से सुनील का शव लावारिस में रखा और पुलिस शिनाख्त में जुटी थी। छानबीन के बाद परिजनों का पता लगा तो उन्हें फोन किया गया। लेकिन उन्होंने अंतिम संस्कार के लिए आने से इनकार कर दिया।
ऐसे में वार्ड 22 में ही चाय की दुकान चलाने वाले हुलंद दास ने आगे बढ़कर दाह संस्कार करने की जिम्मेदारी ली। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद शव पुलिस की मौजूदगी में बुजुर्ग चाय विक्रेता हुलंद दास ने अंतिम संस्कार किया। कोतवाल हरेंद्र चौधरी ने बताया कि मृतक के परिजनों से संपर्क किया गया था लेकिन उन्होंने आने से इनकार कर दिया।
इस मामले में जहां मृतक के परिजनों को लेकर लोग तरह-तरह की बातें कर रहे हैं वहीं बुजुर्ग चाय वाले की तारीफ हो रही है।
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