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राष्ट्रपति का बड़ा बयान
नई दिल्ली। मध्य पूर्व में युद्ध का खतरा मंडरा रहा है. दरअसल, इजराइल ने कहा है कि वह गाजा में चल रहे सैन्य अभियान के बीच "अन्य क्षेत्रों में बदलते परिदृश्य" की तैयारी कर रहा है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, "हम रक्षा और हमले दोनों में इजराइल की सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने की तैयारी कर रहे हैं." उनका यह बयान उन चिंताओं के बीच आया है कि ईरान 1 अप्रैल को सीरिया में अपने वाणिज्य दूतावास पर हुए हवाई हमले के जवाब में इजरायल पर हमला करने की तैयारी कर रहा था. बताते चलें कि हमले में एक शीर्ष ईरानी जनरल और छह अन्य सैन्य अधिकारी मारे गए थे. इसके बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने यह कहा था कि इजराइल पर हमला "बहुत जरूरी" है. इजराइल ने छह महीने पहले ईरान समर्थित हमास के खिलाफ गाजा पट्टी में युद्ध शुरू किया था. मगर, उसने यह पुष्टि नहीं की है कि दमिश्क पर हमले के पीछे उसका हाथ था. हालांकि, पेंटागन का कहना है कि इसमें इजरायल शामिल था.
ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रायसी ने भी गाजा शहर में इजरायल द्वारा किए गए हवाई हमलों में हमास प्रमुख इस्माइल हानियेह के तीन बेटों की हत्या की निंदा की है. तेहरान टाइम्स ने रायसी के हवाले से लिखा, "निस्संदेह, इस अपराध ने इस शासन की क्रूर और बच्चों की हत्या करने वाली मानसिकता को स्पष्ट कर दिया है." फिलिस्तीनी समूह हमास और लेबनान के हिजबुल्लाह जैसे इजरायल विरोधी संगठनों का ईरान समर्थन करता है. सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, ईरान द्वारा इजराइल पर सीधा हमला करने की संभावना नहीं है. वह हमले शुरू करने के लिए लेबनान में हिजबुल्लाह और यमन में हाउती जैसे संगठनों का इस्तेमाल कर सकता है. वहीं, ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में शीर्ष अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि अमेरिका का मानना है कि इजराइल पर आने वाले दिनों में ईरान एक बड़ा हमला कर सकता है.
जर्मनी की लुफ्थांसा एयरलाइन ने कहा कि उसने संभवतः 13 अप्रैल तक तेहरान के लिए उड़ानें निलंबित कर दी हैं. एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि उसने पिछले सप्ताहांत फ्रैंकफर्ट से तेहरान के लिए उड़ान संचालित नहीं करने का फैसला किया था, ताकि चालक दल को तेहरान में रात बिताने के लिए उतरना न पड़े. लुफ्थांसा के अलावा, इसकी सहायक कंपनी ऑस्ट्रियन एयरलाइंस ने भी कहा कि वह अभी भी गुरुवार को तेहरान के लिए उड़ान भरने की योजना बना रही थी. मगर, चालक दल को रात भर वहां नहीं रुकने देना चाहती है. लिहाजा, इसके समय में बदलाव किया जा रहा है. जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक ने अपने ईरानी समकक्ष के साथ मध्य पूर्व में तनावपूर्ण स्थिति पर चर्चा की. उन्होंने सभी पक्षों से जिम्मेदारी से काम करने और संयम बरतने का आग्रह किया है. मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, "किसी को भी व्यापक क्षेत्रीय तनाव में दिलचस्पी नहीं हो सकती."
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