पिछले दिनों राजस्थान के पाली में तहसीलदार कल्पेश जैन के द्वारा गैस चूल्हे पर रखकर 20 लाख रूपये फूंक देने का मामला सामने आया था, जिसके बाद एसीबी की टीम ने घूस के आरोप में कल्पेश व एक अन्य रेवेन्यू ऑफिसर परबत सिंह को गिरफ्तार किया था। अब उसी मामले में कई बड़े और चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।सिरोही के पिंडवाड़ा में घूस के आरोप में धरे गए तहसीलदार कल्पेश जैन मूलतः बालोतरा का रहने वाला था। जबकि वह अपने परिवार के साथ पिंडवाड़ा में रहता था, ऐसे में उसने बालोतरा का मकान किराये में दे रखा था। बता दें कि रिश्वतखोरी के दोनों आरोपियों को एसीबी की विशेष अदालत ने एक दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है। इस मामले में चौंकाने वाली बात तो यह सामने आई है कि तहसीलदार व उसकी पत्नी के नाम पर अलग-अलग बैंको में एक दर्जन से अधिक खाते हैं। हालांकि अब इन सभी खातों को एसीबी ने फ्रीज करा दिया है व इन सभी खातों की पूरी जानकारी सामने आना बाकी है। लेकिन शुरुआती तौर पर यह बताया जा रहा है कि तहसीलदार ने जितने रुपये जलाए थे, उससे कहीं ज्यादा तो इसके बैंक खातों में जमा हैं।
बता दें कि जब एसीबी की टीम, तहसीलदार के घर पर छापा मारने पहुची थी तो उसने पकड़े जाने के डर से करीब 20 लाख रूपये आग में जला दिए थे। लेकिन उसके बावजूद भी तलाशी में घर से करीब 1 लाख 31 हजार रुपये बरामद हुए थे। वहीं, एसीबी की शुरुआती जांच में यह बात भी सामने आई है कि कल्पेश ने कई बैंकों में अपने नाम से अलग-अलग लॉकर ले रखे हैं। ऐसे में आशंका है कि घूस में लिए गए रूपये व उन पैसों से बनवाए गए जेवर-आभूषण भी लॉकर में रखे हों। लेकिन एसीबी तहसीलदार से पूछताछ के बाद ही बैंक के सभी लॉकर खुलवाएगी। साथ ही इस मामले में तहसीलदार की पत्नी भी आरोपी बनाई जा सकती है क्योंकि उसने भी कल्पेश की इस अपराध में मदद की है। गौरतलब है कि जब टीम छापा मारने कल्पेश के घर पहुँची थी तो उन्होंने दरवाजा बंद कर दिया था और किचन में दोनों लोग मिलकर नोटों को गैस चूल्हे में रखकर जला रहे थे। जिसका वीडियो भी खूब वायरल हुआ था। इसी कड़ी में पिंडवाड़ा पुलिस स्टेशन के SI देवाराम ने एसीबी के राजकार्य में रोड़ा अटकाने व मुद्रा के अपमान का केस भी दोनों के ऊपर दर्ज कराया है।