नॉएडा: सुपरटेक बिल्डर द्वारा बड़े स्तर पर लोगों के साथ धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दिया गया है। आए दिन बिल्डर के खिलाफ विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज हो रहे हैं। अब बिसरख थाने में सुपरटेक बिल्डर के डायरेक्टर आर.के. अरोड़ा सहित 12 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का एक और मामला दर्ज हुआ है।
क्या है पूरा मामला ?
ग्रेटर नोएडा के गामा वन सेक्टर निवासी कमलेश देवी ने दर्ज रिपोर्ट में बताया कि उसने सुपरटेक बिल्डर के इको विलेज-2 प्रोजेक्ट में एक फ्लैट बुक कराया था। इसकी एवज में उसने 22 लाख 38 हजार 468 रुपये का भुगतान मैसर्स सुपरटेक लिमिटेड को कर दिया था। भुगतान के दौरान उसे बताया गया कि उसे वर्ष 2013 तक फ्लैट का कब्जा दे दिया जाएगा। तय समय के बाद भी जब उसे कब्जा नहीं मिला तो उसने भू संपदा विनियामक प्राधिकरण रेरा गौतमबुद्धनगर के समक्ष परिवाद दर्ज कराया।
सुपरटेक की ओर से दिया गया आफर
इस दौरान सुपरटेक की तरफ से प्रस्ताव दिया गया कि उसे अन्य यूनिट में एक फ्लैट दिया जाएगा जिस पर उसने अपनी सहमति प्रदान कर दी। सुपरटेक बिल्डर ने उसे फ्लैट आवंटित कर कब्जा दे दिया। पीड़िता का आरोप है कि गत 10 अप्रैल 2022 को पूजा तिवारी, जयशंकर तिवारी तथा प्रशांत तिवारी उसके पास पहुंचे और उन्होंने खुद को उक्त फ्लैट का स्वामी बताया। उसने जब जांच पड़ताल की तो पता चला कि अपराधिक षड्यंत्र के तहत उसके फ्लैट का आवंटन पत्र कूट रचित कर तैयार किया गया है। इसके बाद उसके फ्लैट के कूट रचित दस्तावेज तैयार कर धोखाधड़ी से उसके फ्लैट को बेच दिया गया।
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि न्यायालय के निर्देश पर यह मामला दर्ज किया गया है।