80 वर्षीया ये महिला मानी जाती है शिवसेना की कट्टर समर्थक, उद्धव परिवार ने की मुलाकात
महाराष्ट्र। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना की 80 साल की कट्टर समर्थक महिला से पूरे परिवार के साथ मुलाकात की. उद्धव ठाकरे अपने परिवार के साथ रविवार शाम परेल इलाके में कट्टर शिवसैनिक चंद्रभागा गणपत शिंदे के घर पर उनसे मिलने पहुंचे. सीएम उद्धव ने चंद्रभागा के पूरे परिवार के साथ काफी देर तक बातचीत की. जब सीएम और उनका परिवार चंद्रभागा के घर पहुंचा, उसी वक्त कुछ ही दूरी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार से सम्मानित किया जा रहा था.
पिछले दो दिनों से हनुमान चालीसा विवाद को लेकर राणा दंपत्ति के खिलाफ सैकड़ों शिवसैनिकों को उद्धव ठाकरे के आवास मातोश्री के बाहर देखा गया, लेकिन शनिवार को मातोश्री के बाहर चिलचिलाती धूप और फिल्म 'पुष्पा' शैली के डायलॉग "झुकेगा नहीं..." की नकल कर रही चंद्रभागा ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा. इसे देखते हुए सीएम उद्धव ने भी उन्हें फोन किया और मातोश्री में चाय पर बुलाया. राजनीतिक विशेषज्ञ हेमंत देसाई ने कहा कि पीएम मोदी की पूर्व नियोजित मुंबई यात्रा के बावजूद सीएम उद्धव ने पीएम के दौरे के समय अपने वफादार कैडर से मिलने का फैसला करके यह स्पष्ट संदेश देने की कोशिश की है कि चाहे कोई भी हो, उनके लिए शिवसैनिकों से ऊपर नहीं है.
इसके अलावा अपने पुराने पार्टी कार्यकर्ता का आशीर्वाद लेने पत्नी रश्मि और बेटों आदित्य और तेजस सहित पूरे परिवार के साथ पहुंचे उद्धव ठाकरे अपने कैडर को भावनात्मक रूप से जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं ताकि उन्हें आगामी नगर निकाय चुनाव में विरोधियों के खिलाफ राजनीतिक लड़ाई के लिए प्रेरित किया जा सके. सूत्रों की मानें तो मंगेशकर परिवार ने शनिवार को सीएम उद्धव ठाकरे से मुलाकात की थी और उन्हें समारोह के लिए आमंत्रित किया था. जो निमंत्रण पत्र उद्धव ठाकरे को दिया गया था, उस पर सिर्फ पीएम मोदी और उषा मंगेशकर का नाम लिखा था. साथ ही चर्चा है कि सीएम उद्धव ने अंतिम समय में सरकारी प्रोटोकॉल का पालन न करने की वजह से समारोह से दूरी बना ली.